आपको बता दें किफायती सेवा देने के वजह से इंडिगो हवाई यात्रियों की पहली पसंद बनती जा रही हैं। यात्रियों को समय पर सेवा देने के लिहाज से भी इंडिगो बाकी विमान कंपनियों से आगे रही। इंडिगो की 84.6 फीसदी उड़ाने समय से निकलकर समय से गंतव्य तक पहूंची। इस लिस्ट में गोएयर 78.2 फीसदी के साथ दूसरे स्थान पर रहा। इसके बाद विस्तारा, स्पाइसजेट, एयर इंडिया और जेट एयरवेज का स्थान रहा। सीट भरने की बात करें तो यहां पर स्पाइसजेट ने बाजी मारी। स्पाइस जेट के 94.4 फीसदी सीटें भरी। वहीं दूसरे स्थान पर एयर इंडिया रहा जिसकी 88.4 फीसदी सीटें भरी। वहीं विस्तारा की 84.6 फीसदी और इंडिगो की 83.7 फीसदी सीटें भर सकीं।
14 हजार लोग विमान रद्द होने से हुए परेशान आंकड़ो में आगे ये भी बात सामने आया कि जुलाई महीने में लगभग एक लाख लोग उड़ानो में देरी होने से प्रभावित हुए। वहीं दूसरी तरफ 14 हजार से अधिक लोगों को उड़ाने रद्द होने से परेशानी का सामना कर पड़। आंकड़े मे आगे ये भी सामने आया कि 1300 से अधिक लोगों ने विमान मेें सवार होने से इंकार कर दिया। विमान कंपनियों ने प्रभावित यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने तथा उन्हें मुआवजा देने के लिए 4.15 करोड़ रूपए खर्च किया।