जी हां ! आंकड़ों के मुताबिक मनरेगा पोर्टल पर इन 116 जिलों में मनरेगा के तहत काम करने वालों ( Mnrega Labours ) का आंकड़ा मई के महीने में 89.83 लाख पहुंच चुका है, जबकि बीते साल इसी महीने में सिर्फ 48.22 लाख मजदूर ही इससे जुड़े थे। यनि प्रवासी मजदूरों की घर वापसी की वजह से मनरेगा मजदूरों की संख्या में 86 फीसदी तक की वृद्धि हुई है। इन 116 जिलों में से 32 बिहार के हैं, 31 यूपी के हैं और 24 जिले मध्य प्रदेश के हैं। इसके अलावा 22 जिले राजस्थान, तीन झारखंड और 4 ओडिशा के हैं।
सबसे ज्यादा इजाफा उत्तर प्रदेश के जिलों में हुआ है । उत्तर प्रदेश के 31 जिलों में मजदूरों की संख्या में 316 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं काम की बात करें तो काम की मांग ( mnrega work ) भी पहले से 5 गुना हो चुकी है। आपको बत दें कि उत्तर प्रदेश के इन 31 जिलों में कुल 17.47 लाख मजदूर वापस लौटे हैं। जिसके बाद मई में मनरेगा के तहत इन 31 जिलों में काम करने वाले लोगों का आंकड़ा 27.78 लाख हो गया है, जबकि पिछले साल मात्र 6.71 लाख मजदूर ही मनरेगा स्कीम ( MNREGA SCHEME ) से जुड़े थे।
गरीब कल्याण रोजगार योजना ( Garib Kalyan Rojgar abhiyan ) की बात करें तो इस योजना को प्रधानमंत्री मोदी ( PM Modi ) द्वारा 20 जून को शुरू किया गया है । इस योजना के तहत काम करने वाले मजदूरों में 25 तरह के कामों के अन्तर्गत काम दिलाया जाएगा और मजदूरों की दैनिक मजदूरी ( DAILY WAGE ) 202 रूपए होगी ।