हरियाणा के हर घर में बनेगा गोबर गैस से खाना, सरकार ने शुरू की योजना

Deputy Chief Minister Dushyant Chautala ने Hisar के नया गांव में सामुदायिक Biogas Plant की दूसरी Unit शुरू
Haryana के सभी 138 खंडों के एक-एक गांव में इसी तर्ज पर Biogas Plant लगवाए जाने की बात कही

<p>Haryana govt plan, food to be made from gobar gas in every house</p>

नई दिल्ली। आने वाले समय में हरियाणा ( Haryana ) के प्रत्येक घर में बायोगैस ( Biogas ) की मदद से बनता हुआ दिखाई देगा। वास्तव में प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत चोटाला ( Deputy Chief Minister Dushyant Chautala ) ने हिसार स्थित नया गांव में सामुदायिक बायोगैस प्लांट ( Biogas Plant ) की दूसरी यूनिट की शुरुआत की है। दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश के सभी 138 खंडों के एक-एक गांव में इसी तर्ज पर बायोगैस प्लांट लगाए जाने की घोषणा की है।

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पाइप लाइन से घरों में पहुंचाई जाएगी गैस
जानकारी के अनुसार हिसार का नया गांव में सामुदायिक बायोगैस प्लांट से गोबर गैस को पाइप लाइन से हर घर तक पहुंचाया जा रहा है। इसकी कामयाबी को देखते हुए सरकार ने राज्य के सभी 138 खंडों के एक-एक गांव में बायोगैस प्लांट लगाने का ऐलान किया है। आपको बता दें डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने उकलाना हलके के नया गांव में सामुदायिक बायोगैस प्लांट, सामुदायिक केंद्र व पशु अस्पताल की शुरुआत की है।

इस कीमत उपलब्ध होगी गैस
दुष्यंत चौटाला के अनुसार इस गोबर गैस प्लांट से गांव के लोगों को सभी तरह के खर्च शामिल करके एक सिलेंडर जितनी गैस 300 रुपए से भी कम कीमत पर मिलेगी। इस योजना से आम लोगों को एलपीजी गैस पर होने वाले खर्च में काफी कमी देखने को मिलेगी। वहीं बायोगैस प्लांट से गांव में रोज निकलने वाले गोबर का उचित उपयोग होगा। बायोगैस प्लांट योजना के लिए सरकार अनुदान भी देती है। प्रत्येक राज्य में इस अनुदान का प्रोसेस अलग-अलग है। हरियाणा में गोबर गैस प्लांट के लिए हरियाणा रिन्यूवल एनर्जी डवलपमेंट एजेंसी में आवेदन करना होता है।

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केंद्र सरकार कर रही है इस योजना पर काम
वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार बॉयोगैस बनाने की तकनीक के नए प्रोजेक्ट को लागू करने पर काम कर रही है। सरकार के अनुसार तेल और गैस का आयात कम करने के लिए देश को बायोगैस सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाने पर काम करना जरूरी है। केंद्रीय पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के अनुसार केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश में बायोगैस बनाने के 5,000 प्रोजेक्ट स्थापित करना चाहती है। प्रदेश की महिलाएं छोटी कंपनी बनाकर घरों व खेतों के कचरे और पराली से बायोगैस उत्पादन कर सकती हैं।

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