सरकार ने दिया स्पष्टीकरण, पूर्ण नहीं अंतरिम बजट होगा पेश

केंद्र सरकार स्पष्ट कर दिया है कि सरकार यूपीए सरकार जैसा ही अंतरिम बजट पेश करेगी। जो एक फरवरी को संसद के पटल रखा जाएगा।

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नर्इ दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि केंद्र सरकार चुनाव से पहले अंतरिम नहीं पूर्ण बजट पेश करेगी। सरकार इसी तरह का बजट भी तैयार कर रही है। लेकिन केंद्र सरकार स्पष्ट कर दिया है कि सरकार यूपीए सरकार जैसा ही अंतरिम बजट पेश करेगी। जो एक फरवरी को संसद के पटल रखा जाएगा। वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता डीएस मलिक ने लिखित में जानकारी देते हुए बताया है कि यह बजट अंतरिम बजट 2019-20 कहलाएगा और इसको लेकर कोई संशय की स्थिति नहीं रहनी चाहिए।

पूर्ण नहीं अंतरिम बजट होगा
डीएस मलिक ने मीडिया को भी कहा है कि वो भी अपने रिपोर्ट में पूर्ण बजट नहीं अंतरिम बजट शब्द का ही इस्तेमाल करें। आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से माना जा रहा था कि सरकार पूर्ण बजट पेश करने के मूड में है। बजट में जिस तरह की नीतियां आैर घोषणाएं तैयार की जा रही हैं वो पूर्ण बजट की तरह ही हैं। सरकार के इस स्पष्टीकरण के बाद साफ हो गया है कि इस बार पूर्ण नहीं अंतरिम बजट ही होगा।

पीयूष गोयल पेश करेंगे अंतरिम बजट
बुधवार को सरकार की ओर से यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि 1 फरवरी को वित्त मंत्री पीयूष गोयल अंतरिम बजट पेश करेंगे। वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता की ओर से यूपीए सरकार के पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम द्वारा दिए गए बजट भाषण की प्रति भी पत्रकारों को भेजी गई। पूर्ण बजट के साथ-साथ सरकार लेखानुदान भी पेश करेगी। जिसमें अगले चार माह के सरकारी खर्चों को मंजूरी दी जाएगी।

आखिर क्या होता है अंतरिम बजट?
चुनावी वर्ष में सरकार द्वारा पूर्ण बजट कभी नहीं पेश किया। सरकार हमेशा अंतरिम बजट पेश करती है। इसमें लेखानुदान पेश किया जाता है। लेखानुदान में नई सरकार बनने तक जरूरी सरकारी खर्चों को मंजूरी दी जाती है। ताकि सरकारी काम आैर देश को चलाने के लिए होने वालों को खर्चों में कोर्इ दिक्कतें सामने ना अाएं।

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