एप्पल ने किए तिमाही के नतीजे घोषित एप्पल ने जब मंगलवार को अपनी तिमाही के नतीजे घोषित किए थे और तब उसके शेयरों में नौ फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। स्टीव जॉब्स ने 1976 में अपने गैरेज में दो अन्य साथियों के साथ एप्पल की नींव रखी थी और आज उसकी सालाना कमाई 177 देशों की जीडीपी से भी ज्यादा हैं।
कई देशों को खरीद सकता है एप्पल अगर बात वर्ल्ड बैंक के आंकड़ों की जाए तो दुनिया के 193 देशों में से सिर्फ 16 ही देश हैं जिनकी जीडीपी ऐपल की मार्केट कैप से ज्यादा है, यानी 177 देशों से ज्यादा अमीर है एप्पल। इस वक्त एप्पल इतनी बड़ी कंपनी बन चुकी है की श्रीलंका, पाकिस्तान और म्यांमार जैसे देशों को आकेले खरीदने की दम रखती हैं। ऐपल कंपनी की वैल्यू इस समय करीब-करीब इंडोनेशिया की जीडीपी के बराबर है।
भारत अर्थव्यवस्था का 38 फीसदी एप्पल बात अगर भारत की जाए तो भारत इस वक्त 2.6 ट्रिलियन डॉलर के साथ फ्रांस को पीछे छोड़ दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बना हैं। अगर एप्पल की कमाई की तुलना भारत से कि जाए तो एप्पल लगभग भारतीय अर्थव्यवस्था का 38 फीसदी है। तो वहीं बात अगर भारत के सबसे बड़े दुश्मन और पड़ोसी देश की करे तो पाकिस्तान की इस वक्त की जीडीपी 3 अरब डॉलर हैं बस। मतलब की एप्पल चाहे तो पाकिस्तान को आराम से खरीद सकता हैं।
रिलायंस से 10 गुना बड़ा एप्पल 177 देशों से ज्यादा अमीर बन चुके एप्पल की तुलना अगर देश की सबसे बड़ी कंपनी यानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज से की जाए तो एप्पल रिलायंस के 10 गुना ज्यादा बड़ा हैं। इतना ही नहीं देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी यानी की टीसीएस उससे भी एप्पल कई गुना ज्यादा बड़ी कंपनी है।