कनिष्क ज्वैलर्स के खिलाफ दर्ज हुई FIR, इन बैंकों को लगाया 824 करोड़ का चूना

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का आरोप है कि कनिष्क गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड ने 824.15 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है।

नई दिल्ली : पंजाब नेशनल बैंक में हुए करोड़ों के घोटाले का ममला अभी थमा भी नहीं था कि देश में एक और बड़ा स्कैम सामने आ गया है। ज्वेलरी कंपनी का मालिक भारतीय स्टेट बैंक समेत कई बैंकों को चूना लगाकर फरार हो गया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का आरोप है कि कनिष्क गोल्ड प्राइवेट लिमिटेड ने 824.15 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है। एसबीआई ने इस धोखाधड़ी की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। आपको बता दें कि सीबीआइ ने 14 बैंकों के कंसोर्टियम के साथ 824.15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाली चेन्नई स्थित कंपनी के प्रमोटर डायरेक्टर और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। कंपनी के प्रमोटर डायरेक्टर के अलावा दूसरे डायरेक्टर, दूसरी कंपनियों के तीन पार्टनर, अज्ञात सरकारी कर्मचारियों और अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है।
2007 से कनिष्क ने लोन लेना शुरू किया
एसबीआई के मुताबिक कनिष्क गोल्ड ने 2007 से लोन शुरू किया था बाद में उसने अपनी क्रेडिट सीमा बढ़वा ली। बता दें कि जिन 14 सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने कनिष्क को लोन दिया है उनमें एसबीआई सबसे आगे है। एसबीआई की ओर से लिखे एक पत्र में कनिष्क पर रिकॉर्ड्स में फेरबदल और रातोंरात शो रूम बंद करने का आरोप लगाया गया है। एसबीआई ने 11 नवंबर 2017 को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( आरबीआई) को इसकी जानकारी दी थी। जनवरी तक दूसरे बैंकों ने भी रेग्युलेटर को धोखाधड़ी के बारे में बताया।
कागजातों में धोखाधड़ी की बात स्वीकार की

एसबीआई ने अपने लिखे पत्र में कहा कि कनिष्क मार्च 2017 में ब्याज भुगतान में 8 सदस्य बैंकों से डिफॉल्ट हुआ। अप्रैल 2017 तक कनिष्क ने सभी 14 बैंकों को पेमेंट रोक दी। उसके बाद अप्रैल 2017 में जब ऑडिट की गई तो बैंकर्स प्रमोटर से संपर्क करने में असफल रहे। 25 मई 2017 को जब बैंकर्स ने कनिष्क के कॉर्पोरेट ऑफिस का दौरा किया तो शोरूम बंद था। वहां पूरा सन्नाटा पसरा था। उसी दिन कंपनी के मालिक ने बैंकर्स को पत्र लिखकर रिकॉर्ड्स में जालसाजी करने की बात स्कीवाक की थी ।
नीरव-चोकसी पर करोड़ों के घोटाले का आरोप
गौरतलब है कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पीएनबी से 14,600 करोड़ रुपए का घोटाला कर फरार हैं। हालांकि भारत में जांच एजेंसियां नीरव मोदी के ठिकानों पर कार्रवाई कर उसकी संपत्तियां जब्त कर रही हैं। वहीं उन्हें देश से वापस लाने के कानूनी तरीके तलाशे जा रहे हैं।
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