21 जुलाई को कम हुई थीं टैक्स की दरें करों की दरों में कमी की घोषणा 21 जुलाई को की गई थी, जबकि इसके लिए अधिसूचना 27 जुलाई को जारी की गई थी। इस दौरान ग्राहक कर कम होने का इंतजार करते रहे होंगे। अगस्त में केंद्रीय जीएसटी का कलेक्शन 15,303 करोड़ रुपए, राज्य जीएसटी का 21,154 करोड़ रुपए, आईजीएसटी का 49,876 करोड़ रुपए और उपकर का 7,628 करोड़ रुपए रहा। आईजीएसटी में आयात पर प्राप्त 26,512 करोड़ रुपए और उपकर में आयात पर प्राप्त 849 करोड़ रुपए का शुल्क भी शामिल है। जुलाई महीने के लिए 31 अगस्त तक 67 लाख जीएसटीआर 3बी फॉर्म भरे गए। जून महीने के लिए 31 जुलाई तक 66 लाख रिटर्न भरे गए थे। केरल में जुलाई के लिए रिटर्न भरने की अंतिम तारीख 05 अक्टूबर तक बढ़ाई गई है।
सरकार का तर्क, अगस्त में घटता है टैक्स कलेक्शन सरकार ने बताया कि विवादित कर मामलों में समझौते के तहत अगस्त में केंद्रीय जीएसटी के तहत 36,963 करोड़ रुपए और राज्य जीएसटी के तहत 41,136 करोड़ रुपए प्राप्त हुए। जून और जुलाई के लिए राज्यों को 14,930 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति दी गई। अगस्त में कर संग्रह कम रहने के पीछे सरकार ने और तर्क देते हुए कहा है कि आमतौर पर जुलाई की तुलना में अगस्त में कम कर जमा होता है। पारंपरिक रूप से जुलाई में टैक्स कलेक्शन वार्षिक टैक्स राजस्व का 8.2 फीसदी और अगस्त में 7.7 फीसदी रहता है।