मुगलकाल में बड़े शान से मनाई जाती थी होली, कहा जाता था ‘ईद-ए-गुलाबी’, जानें मुगल कैसे मनाते थे होली
1- होली के दिन अपने सिर को ढ़क कर रखना चाहिए।क्योंकि होली के दिन बुरी शक्तियां सिर पर से ही शरीर में प्रवेश करती हैं।
2- मान्यता है कि अगर आपको पुत्र रत्न की प्राप्ति हो चुकी है तो आपको कभी भी होलिका दहन नहीं करनी चाहिए। उन्हें हमेशा होली गाड़नी चाहिए ।
3- सूरज डूबने के बाद रंग नहीं खेलना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
4- होली की शाम में होली मिलन के लिए बिल्कुल भी नहीं जाना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार ऐसा करना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से दोनों ही व्यक्तियों के ऊपर भारी संकट के आने की संभावना होती है।
5- मान्यतायों के अनुसार किसी भी नवविवाहित लड़की को होली जलते हुए नहीं देखना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार ऐसा करने से उस नविवाहिता को जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
6- शास्त्रों के अनुसार होली के दिन किसी भी प्रकार का कोई शुभ कार्य बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
7- होली के दिन देर तक न सोएं ना ही शाम के वक्त सोएं। इस दिन सिर्फ सुबह और शाम को बीमार, वृद्ध और गर्भवती स्तरी को ही सोने की इजाजत है।
8- होली की दिन किसी भी शमशान या सुनसान जगह से पर बिल्कुल भी नहीं जाना चाहिए। क्योंकि होली के दिन तंत्र मंत्र क्रियाएं अधिक होती है। जिसका असर आप पर भी हो सकता है।
9- होली वाले दिन मांस और मदिरा का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
10- होली के दिन किसी भी शमशान या सुनसान जगह से पर बिल्कुल भी नहीं जाना चाहिए। माना जाता है कि होली के दिन तंत्र मंत्र क्रियाएं अधिक होती है।