श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निर्माण निधि समर्पण अभियान के प्रमुख अनिल गुर्जर और निधि प्रमुख नितिश चंद्राकर ने मंगलवार को मीडिया को यह जानकारी दी। इस दौरान अभियान के छत्तीसगढ़ प्रांत उपाध्यक्ष कौशलेन्द्र प्रताप सिंह, प्रांत उपाध्यक्ष संतोष गोलछा, दिलेश्वर उमरे, दुर्ग अभियान सह प्रमुख नीलमणि मढ़रिया, चेलाराम साहू, पोषण साहू भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि यह अभियान जन-जन में भगवान राम के संदेशों को पहुंचाने एवं राष्ट्र जागरण के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निर्माण निधि समर्पण अभियान के छत्तीसगढ़ प्रांत उपाध्यक्ष कौशलेन्द्र प्रताप सिंह व संतोष गोलछा ने श्रीराम जन्मभूमि के इतिहास व वर्तमान स्थितियों पर अपनी बातें रखी। उन्होने बताया कि श्री राम मंदिर निर्माण का आंदोलन 492 वर्ष पुराना है। आजादी के पहले व आजादी के बाद आंदोलन के स्वरुप में परिवर्तन होता रहा है।
आंदोलन में लाखों रामदूतों ने अपना बलिदान दिया है। राम मंदिर निर्माण को लेकर राजनीतिक प्रतिरोध था। जिसके कारण निर्माण का मामला लंबे समय तक अटका रहा। न्यायालय ने इस मुद्दे पर साहसपूर्वक निष्पक्ष निर्णय दिया है। जिसके बाद भव्य राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रसस्थ हुआ है। उन्होने बताया कि 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखी। जिसके बाद मंदिर निर्माण की तैयारी जोरों पर है। जिसके तहत पूरे देशभर में निधि समर्पण अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में लोगों से समर्पण निधि संग्रहित की जा रही है।