इसके साथ ही उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे खोल दिया गया। लेकिन शाम को प्रदर्शनकारियों ने ऋषभदेव और झाड़ोल में धावा बोल दिया। ऋषभदेव में कस्बावासियों ने लाठी-हथियार लहराए तो प्रदर्शनकारी भाग गए और पहाडिय़ों से पथराव किया। हालात पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। कुछ देर बाद प्रदर्शनकारियों ने झाड़ोल गांव में उदयपुर-झाड़ोल मार्ग जाम कर दिया और पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों पर पथराव शुरू कर दिया। इससे तहसीलदार की गाड़ी के कांच टूट गए, चालक व एएसआई को चोटें आई। दोनों जगह उपद्रवी पहाडिय़ों पर डेरा डाले रहे।
ऋषभदेव: पुलिस-प्रदर्शनकारी आमने-सामने
खेरवाड़ा में अतिरिक्त पुलिस बल देख प्रदर्शनकारी ऋषभदेव पहुंच गए। वहां कस्बे में लूटपाट का प्रयास किया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव तेज कर दिया। एएसपी गोपाल स्वरूप मेवाड़ा के नेतृत्व में पुलिसकर्मी पहाड़ी पर चढ़े तो प्रदर्शनकारी एक से दूसरी पहाड़ी पर पहुंच गए। इस दौरान पुलिसकर्मियों को चोटें आई। रात तक पुलिस और उपद्रवी आमने-सामने की स्थिति में थे।
झाड़ोल: पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों पर पथराव
झाड़ोल में रविवार दोपहर 12 बजे लगभग 400 लोगों ने पालियाखेड़ी बस स्टैंड पर धरना दिया। वहां पुलिस पहुंची तो लोग पहाडिय़ों पर चढ़ गए। शाम 4 बजे तहसीलदार सुरेश मेहता, सीआइ सुरेन्द्रसिंह राव बस स्टैंड पर पहुंचे तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने भागकर जान बचाई। पथराव में तहसीलदार के वाहन चालक ललित प्रजापत और एएसआइ मांगीलाल मेघवाल को चोटें आई। मौके पर अतिरिक्त जाब्ता पहुंचते ही प्रदर्शनकारी पहाड़ियों पर पहुंच गए। कुछ ने फिर से उदयपुर- झाड़ोल मार्ग जाम कर दिया। इस बीच, लूटपाट की अफवाह पर व्यापारियों ने झाड़ोल कस्बा बंद कर दिया।
खेरवाड़ा: बनी सहमति, 4 दिन बाद बहाल हुआ हाईवे
खेरवाड़ा में संयुक्त बैठक में नियुक्ति का मसला कानूनी तरीके से सुलझाने पर सहमति बनने के साथ नेशनल हाईवे-8 पर उग्र प्रदर्शन रविवार को समाप्त हो गया। इसके बाद हाईवे पर आवाजाही शुरू करा दी गई। इससे पहले अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों ने हाईवे पर पैदल मार्च कर लोगों को भयमुक्त होने का संदेश दिया। हाईवे पर यातायात बहाली के लिए सड़क से पत्थर तथा जले वाहन हटाने का काम युद्ध स्तर पर चला। हालांकि लोग फिलहाल सहमे हुए हैं तथा प्रभावित क्षेत्र से गुजरने से कतरा रहे हैं।
डूंगरपुर में 24 प्रकरण दर्ज, पुलिस गोली से 2 लोगों की जान गई
डूंगरपुर जिले में हुए उपद्रव को लेकर पुलिस ने कुल 24 प्रकरण दर्ज किए हैं। पुलिस मुख्यालय ने रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की है। पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि जान-माल की सुरक्षा के लिए बल प्रयोग करना पड़ा और गोली चलानी पड़ी। इसमें 2 लोगों की मौत हो गई, दो घायल हो गए। घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है। क्षेत्र में रैपिड एक्शन फोर्स की 2 कंपनी तैनात की गई हैं। भारी पुलिस बल के साथ आरएसी की 6 कंपनी तैनात हैं।