दो युवक कर्णफूल, नाक का कांटा और गले में पहली डोडी निकलवाकर ले भागे
डूंगरपुर. शहर के शास्त्री कॉलोनी मार्ग पर सब्जी बेचने वाली एक वृद्धा को दो युवक दो लाख रुपए की नकदी का लालच देकर हजारों रुपए के जेवर चुरा ले गए। बदमाशों ने पहले महिला को दो लाख रुपए के नोट दिखाकर संभालने के लिए थैली थमाई और उसी में उसके जेवर भी रखवा दिया।
बाद में महिला ने जब थैली जांची तो उसमें जेवर नदारद थे, वहीं नकदी की जगह कागज के टूकड़े पाए गए। वारदात की सूचना पर पुलिस ने जगह-जगह नाकाबंदी करा दी है। वहीं सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। देर शाम तक बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा।
जानकारी के अनुसार धुवालिया निवासी लाली (६५) पत्नी मावजी पाटीदार शास्त्री कॉलोनी में आईसीआईसीआई बैंक के सामने सब्जी बेचती है। शुक्रवार दोपहर एक युवक सब्जी लेने आया और उसने पपीता व लॉकी खरीदी। इसी दौरान एक अन्य युवक आया और दोनों बातें करने लगे। एक युवक कहने लगा कि वह हिम्मतनगर से लौटा है और बैंक से दो लाख रुपए निकाल कर लाया है, लेकिन मैनेजर से झगड़ा हो गया है। उसने बात करते हुए जेब से दो-दो हजार रुपए की नोटों की गड्डी निकाली।
बैंक से ओर रुपए निकलवाने की बात करने लगे। इसी दौरान दोनों युवकों ने वृद्धा को दो लाख रुपए अपने पास में रखने को कहा और रूपए से भरी थैली उसके हाथ में थमा दी। बदमाशों ने वृद्धा को कान में पहने सवा तौला के कर्णफूल, नाक का कांटा व गले में पहना आधा तौले का डोड़ी निकालकर थैली में रखने को कहा। वृद्धा ने उनकी बातों में आकर जेवरात निकालकर उसी थैली में रख दिए। इसके बाद दोनों उसे एसबीपी महाविद्यालय के पास गली में ले गए और वहां से खाना खाकर वापस रूपए ले जाने का कहकर चले गए। कुछ देर बाद वृद्धा ने जेब से थैली निकाल देखी तो उसके होश उड़ गए। थैली में जेवरात नहीं थे और नोटो की बण्डल की जगह कागज का बण्डल था।
वृद्धा के चिल्लाने व रोने पर आसपास के लोग एकत्र हो गए। सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक मनोज सामरिया व थानाधिकारी दिलीपदान मौके पर पहुंचे। आसपास दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। वहीं वृद्धा के बताए हुलिए व पहनावे के आधार पर युवकों की तलाश शुरू कर दी है।
गुड़ तोडऩे के नुकीले औजार से काटे कर्णफूल
वृद्धा ने बताया कि उसके कर्ण फूल काले धागे से बंधे हुए थे। इससे वह निकल नही रहे थे, तो एक युवक ने पास में पड़े गुड़ तोडने के नुकीले औजार से धागा काट कर कर्णफूल निकाले।
काला धागा लाई थी कणफूल पहनने
युवकों के वापस आने का कह कर चले जाने पर वृद्धा ने कर्णफूल वापस पहनने का सोचा। इसके लिए वह पास ही स्थित दुकान से काला धागा खरीद कर लाई। इसके बाद जैसे ही कर्ण फूल निकालने के लिए थैली टटोली तो ठगे जाने का अहसास हुआ।
डूंगरपुर. शहर के शास्त्री कॉलोनी मार्ग पर सब्जी बेचने वाली एक वृद्धा को दो युवक दो लाख रुपए की नकदी का लालच देकर हजारों रुपए के जेवर चुरा ले गए। बदमाशों ने पहले महिला को दो लाख रुपए के नोट दिखाकर संभालने के लिए थैली थमाई और उसी में उसके जेवर भी रखवा दिया।
बाद में महिला ने जब थैली जांची तो उसमें जेवर नदारद थे, वहीं नकदी की जगह कागज के टूकड़े पाए गए। वारदात की सूचना पर पुलिस ने जगह-जगह नाकाबंदी करा दी है। वहीं सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। देर शाम तक बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा।
जानकारी के अनुसार धुवालिया निवासी लाली (६५) पत्नी मावजी पाटीदार शास्त्री कॉलोनी में आईसीआईसीआई बैंक के सामने सब्जी बेचती है। शुक्रवार दोपहर एक युवक सब्जी लेने आया और उसने पपीता व लॉकी खरीदी। इसी दौरान एक अन्य युवक आया और दोनों बातें करने लगे। एक युवक कहने लगा कि वह हिम्मतनगर से लौटा है और बैंक से दो लाख रुपए निकाल कर लाया है, लेकिन मैनेजर से झगड़ा हो गया है। उसने बात करते हुए जेब से दो-दो हजार रुपए की नोटों की गड्डी निकाली।
बैंक से ओर रुपए निकलवाने की बात करने लगे। इसी दौरान दोनों युवकों ने वृद्धा को दो लाख रुपए अपने पास में रखने को कहा और रूपए से भरी थैली उसके हाथ में थमा दी। बदमाशों ने वृद्धा को कान में पहने सवा तौला के कर्णफूल, नाक का कांटा व गले में पहना आधा तौले का डोड़ी निकालकर थैली में रखने को कहा। वृद्धा ने उनकी बातों में आकर जेवरात निकालकर उसी थैली में रख दिए। इसके बाद दोनों उसे एसबीपी महाविद्यालय के पास गली में ले गए और वहां से खाना खाकर वापस रूपए ले जाने का कहकर चले गए। कुछ देर बाद वृद्धा ने जेब से थैली निकाल देखी तो उसके होश उड़ गए। थैली में जेवरात नहीं थे और नोटो की बण्डल की जगह कागज का बण्डल था।
वृद्धा के चिल्लाने व रोने पर आसपास के लोग एकत्र हो गए। सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक मनोज सामरिया व थानाधिकारी दिलीपदान मौके पर पहुंचे। आसपास दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। वहीं वृद्धा के बताए हुलिए व पहनावे के आधार पर युवकों की तलाश शुरू कर दी है।
गुड़ तोडऩे के नुकीले औजार से काटे कर्णफूल
वृद्धा ने बताया कि उसके कर्ण फूल काले धागे से बंधे हुए थे। इससे वह निकल नही रहे थे, तो एक युवक ने पास में पड़े गुड़ तोडने के नुकीले औजार से धागा काट कर कर्णफूल निकाले।
काला धागा लाई थी कणफूल पहनने
युवकों के वापस आने का कह कर चले जाने पर वृद्धा ने कर्णफूल वापस पहनने का सोचा। इसके लिए वह पास ही स्थित दुकान से काला धागा खरीद कर लाई। इसके बाद जैसे ही कर्ण फूल निकालने के लिए थैली टटोली तो ठगे जाने का अहसास हुआ।