रक्षक ही निकला भक्षक

डूंगरपुर. मातृ एवं शिशु अस्पताल से नवजात चोरी के मामले में मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ। महिला को शिशु चुराने में सहयोग अस्पताल के ही गार्ड ने किया। पुलिस ने गार्ड को उदयपुर जिले के खेरवाड़ा कस्बे से गिरफ्तार कर लिया है। वहीं आरोपी महिला के भाई को भी डिटेन किया है।

<p>रक्षक ही निकला भक्षक</p>
रक्षक ही निकला भक्षक
– नवजात चोरी के मामले में अस्पताल का गार्ड गिरफ्तार
आरोपी महिला का भाई भी डिटेन
डूंगरपुर.
मातृ एवं शिशु अस्पताल से नवजात चोरी के मामले में मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ। महिला को शिशु चुराने में सहयोग अस्पताल के ही गार्ड ने किया। पुलिस ने गार्ड को उदयपुर जिले के खेरवाड़ा कस्बे से गिरफ्तार कर लिया है। वहीं आरोपी महिला के भाई को भी डिटेन किया है।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि गार्ड सुरपुर निवासी संजय पुत्र नारायणलाल कोटेड़ ने महिला को बच्चा चुराने की एवज में 25 हजार रुपए लेना तय किया था। बच्चा चुराने के बाद उसके खाते में 10 हजार रुपए जमा भी हुए हैं। संजय की ड्यूटी एसएनसीयू वार्ड के बाहर थी। वारदात के दौरान जब नर्सिंग स्टाफ ने पीडि़ता ज्योति पत्नी राकेश मोची के बच्चे के रोने पर गार्ड को परिजनों को आवाज लगाने को कहा तो गार्ड ने बिना आवाज लगाए ही चुपचाप आरोपी महिला को शिशु को उठाने अंदर भेज दिया था। एसपी ने बताया कि इस मामले में और भी लोगों के शामिल होने की आशंका है। गहनता से पूछताछ जारी है।
गौरतलब है कि डूंगरपुर जिले के मातृ एवं शिशु अस्पताल से 28 मार्च की सुबह 9 बजे शिशु चोरी हो गया था। 32 घंटे के सघन सर्च ऑपरेशन के बाद पुलिस ने शिशु को जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर तलैया गांव से सुरक्षित बरामद कर नीरू पत्नी दिनेश गमेती और उसकी मां रमिला पत्नी रमेश बरण्डा को गिरफ्तार किया था। आरोपी महिला को वारदात के बाद अस्पताल से स्कूटी पर लेकर भागे भाई को भी पुलिस ने डिटेन किया।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.