अधिक नमक लेना
भोजन के जरिए जो नमक हम खाते हैं उसका 95 प्रतिशत हिस्सा किडनी अवशोषित कर लेती है। लेकिन तय सीमा से ज्यादा नमक खाने पर गुर्दों की कार्यक्षमता बढ़ जाती है। जिससे इस अंग को नुकसान पहुंचता है।
भोजन के जरिए जो नमक हम खाते हैं उसका 95 प्रतिशत हिस्सा किडनी अवशोषित कर लेती है। लेकिन तय सीमा से ज्यादा नमक खाने पर गुर्दों की कार्यक्षमता बढ़ जाती है। जिससे इस अंग को नुकसान पहुंचता है।
दूषित भोजन करना
गुर्दों को खराब करने में कुछ अन्य आदतें जैसे शराब पीना, पर्याप्त आराम न करना, सॉफ्ट ड्रिंक्स और सोडा ज्यादा लेना, देर तक भूखा रहना, तला-भुना या मसालेदार चीजें खाना, दूषित भोजन करना और मांसाहार खाना भी किडनी को दूषित करता है।
गुर्दों को खराब करने में कुछ अन्य आदतें जैसे शराब पीना, पर्याप्त आराम न करना, सॉफ्ट ड्रिंक्स और सोडा ज्यादा लेना, देर तक भूखा रहना, तला-भुना या मसालेदार चीजें खाना, दूषित भोजन करना और मांसाहार खाना भी किडनी को दूषित करता है।
धूम्रपान-तम्बाकू की लत
ये अप्रत्यक्ष रूप से किडनी पर दबाव बनाते हैं। क्योंकि इनसे फेफड़ों और रक्त नलिकाओं में रक्त का बहाव धीमा पड़ जाता है। ऐसे में रक्त कम पहुंचने से किडनी सिकुड़ जाती हैं।
ये अप्रत्यक्ष रूप से किडनी पर दबाव बनाते हैं। क्योंकि इनसे फेफड़ों और रक्त नलिकाओं में रक्त का बहाव धीमा पड़ जाता है। ऐसे में रक्त कम पहुंचने से किडनी सिकुड़ जाती हैं।
पानी कम पीना
कम मात्रा में पानी पीने से किडनी व यूरेटर में संक्रमण का खतरा अधिक हो जाता है। जिससे पोषक तत्त्वों के कण यूरिनरी ट्रैक्ट में पहुंचकर यूरिन को बाहर निकलने में बाधा उत्पन्न करते हैं। इससे किडनी में स्टोन की आशंका भी बढ़ जाती है। दिनभर में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए।
कम मात्रा में पानी पीने से किडनी व यूरेटर में संक्रमण का खतरा अधिक हो जाता है। जिससे पोषक तत्त्वों के कण यूरिनरी ट्रैक्ट में पहुंचकर यूरिन को बाहर निकलने में बाधा उत्पन्न करते हैं। इससे किडनी में स्टोन की आशंका भी बढ़ जाती है। दिनभर में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए।
मधुमेह में लापरवाही
मधुमेह के शिकार लगभग ३० प्रतिशत लोगों को किडनी से जुड़ी बीमारी हो जाती है और किडनी की बीमारी से ग्रस्त एक तिहाई लोग मधुमेह से पीडि़त हो जाते हैं। इसलिए खानपान को नियंत्रित रखना जरूरी है।
मधुमेह के शिकार लगभग ३० प्रतिशत लोगों को किडनी से जुड़ी बीमारी हो जाती है और किडनी की बीमारी से ग्रस्त एक तिहाई लोग मधुमेह से पीडि़त हो जाते हैं। इसलिए खानपान को नियंत्रित रखना जरूरी है।
यूरिन रोकने की आदत
रातभर में यूरेटर पूरी तरह यूरिन से भर जाता है, जिसे सुबह उठते ही खाली करना जरूरी है। लेकिन आलस्य के कारण यूरिन न जाने पर या लंबे समय तक इसे रोकने की आदत किडनी पर दबाव बढ़ा देती है। जो धीरे-धीरे हमारी यूरिन रोकने की क्षमता को खत्म करती है।
रातभर में यूरेटर पूरी तरह यूरिन से भर जाता है, जिसे सुबह उठते ही खाली करना जरूरी है। लेकिन आलस्य के कारण यूरिन न जाने पर या लंबे समय तक इसे रोकने की आदत किडनी पर दबाव बढ़ा देती है। जो धीरे-धीरे हमारी यूरिन रोकने की क्षमता को खत्म करती है।
दर्द निवारक दवाएं
अनियंत्रित रूप से दर्दनिवारक या किसी अन्य रोग के लिए ली जाने वाली दवा किडनी पर दुष्प्रभाव छोड़ती हैं। इसलिए किसी भी तरह की दवा लेने से पहले डॉक्टरी राय जरूर लें।
अनियंत्रित रूप से दर्दनिवारक या किसी अन्य रोग के लिए ली जाने वाली दवा किडनी पर दुष्प्रभाव छोड़ती हैं। इसलिए किसी भी तरह की दवा लेने से पहले डॉक्टरी राय जरूर लें।