ऐसे करता है काम-
तनाव के दौरान कार्टिसोल हार्मोन के स्त्राव से रक्त नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं जिससे उन्हें पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। बॉल को बार-बार दबाने से मांसपेशियों पर जोर पडऩे से वे उत्तेजित हो जाती हैं। ऐसे में उनमें ऑक्सीजन व रक्त का संचार बेहतर होने के कारण तनाव में कमी आती है ।
बॉल का प्रयोग –
ऐसी बॉल लें जो हथेली में समा जाए। इसे अंगुलियों की सहायता से दबाएं और 3 या 5 तक गिनती गिनें। फिर इसे धीरे-धीरे छोड़ दें। इस प्रक्रिया को दोनों हाथों से 8-10 बार दोहराएं। बॉल दबाते समय सांस अंदर लें व छोड़ते समय सांस को बाहर छोड़ें। यह एक्यूप्रेशर का काम करने के साथ दिमाग को उस स्थिति से हटा देगा जिसके कारण आप चिंतित हैं।
ऐसी बॉल लें जो हथेली में समा जाए। इसे अंगुलियों की सहायता से दबाएं और 3 या 5 तक गिनती गिनें। फिर इसे धीरे-धीरे छोड़ दें। इस प्रक्रिया को दोनों हाथों से 8-10 बार दोहराएं। बॉल दबाते समय सांस अंदर लें व छोड़ते समय सांस को बाहर छोड़ें। यह एक्यूप्रेशर का काम करने के साथ दिमाग को उस स्थिति से हटा देगा जिसके कारण आप चिंतित हैं।