Remdesivir से रिकवरी में लगने वाला समय कम हुआ
द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन (NEJM) के मुताबिक रिसर्चर्स ने ट्रायल जारी होने के बावजूद शुरुआती नतीजे जारी करने का फैसला किया। कोविड-19 मरीजों के इलाज में Remdesivir का 10 दिन का कोर्स प्लेसीबो से कहीं ज्यादा असरदार साबित हुआ। दोनों तरीकों से इलाज के बाद रिकवरी में लगने वाला समय Remdesivir में कम था। रिसर्चर्स के मुताबिक, उन्होंने यह डेटा इसलिए साझा किया ताकि ट्रायल के साथ-साथ बिना ट्रायल वाले मरीजों को भी Remdesivir से फायदा हो सके।
कॉम्बिनेशन असरदार
रिसर्चर्स ने पाया कि 14 दिन के आधार पर, प्लेसीबो ट्रीटमेंट का मार्टलिटी रेट 11.9 पर्सेंट रहा है, जबकि remdesivir के साथ मार्टलिटी रेट 7.1% रहा। हालांकि 7.1% की दर भी बहुत ज्यादा है जिसे लेकर रिसर्चर्स अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं। रिसर्चर्स ने कहा है कि शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, “remdesivir उन मरीजों पर इस्तेमाल हो सकती है जो कोविड-19 से पीड़ित हैं और जिन्हें सप्लीमेंटल ऑक्सीजन थेरपी की जरूरत है। Remdesivir के यूज के बावजूद हाई मार्टलिटी रेट होना यह साफ करता है कि कोरोना के इलाज में केवल एंटीवायरल ड्रग से काम नहीं चलेगा।” रिसर्चर्स ने सुझाव दिया है कि थिरेपॉटिक अप्रोच के साथ एंटीवायरल एजेंट्स का असर देखना चाहिए। एंटीवायरल एजेंट्स के कॉम्बिनेशन भी ट्राई करके देख सकते हैं।
द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन (NEJM) के मुताबिक रिसर्चर्स ने ट्रायल जारी होने के बावजूद शुरुआती नतीजे जारी करने का फैसला किया। कोविड-19 मरीजों के इलाज में Remdesivir का 10 दिन का कोर्स प्लेसीबो से कहीं ज्यादा असरदार साबित हुआ। दोनों तरीकों से इलाज के बाद रिकवरी में लगने वाला समय Remdesivir में कम था। रिसर्चर्स के मुताबिक, उन्होंने यह डेटा इसलिए साझा किया ताकि ट्रायल के साथ-साथ बिना ट्रायल वाले मरीजों को भी Remdesivir से फायदा हो सके।
कॉम्बिनेशन असरदार
रिसर्चर्स ने पाया कि 14 दिन के आधार पर, प्लेसीबो ट्रीटमेंट का मार्टलिटी रेट 11.9 पर्सेंट रहा है, जबकि remdesivir के साथ मार्टलिटी रेट 7.1% रहा। हालांकि 7.1% की दर भी बहुत ज्यादा है जिसे लेकर रिसर्चर्स अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं। रिसर्चर्स ने कहा है कि शुरुआती रिपोर्ट्स के मुताबिक, “remdesivir उन मरीजों पर इस्तेमाल हो सकती है जो कोविड-19 से पीड़ित हैं और जिन्हें सप्लीमेंटल ऑक्सीजन थेरपी की जरूरत है। Remdesivir के यूज के बावजूद हाई मार्टलिटी रेट होना यह साफ करता है कि कोरोना के इलाज में केवल एंटीवायरल ड्रग से काम नहीं चलेगा।” रिसर्चर्स ने सुझाव दिया है कि थिरेपॉटिक अप्रोच के साथ एंटीवायरल एजेंट्स का असर देखना चाहिए। एंटीवायरल एजेंट्स के कॉम्बिनेशन भी ट्राई करके देख सकते हैं।
गौरतलब है कि यह दवा पहले इबोला वायरस के लिए भी यूज हो चुकी है। इसके अलावा मिडल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS) और सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (SARS) पर भी Remdesivir असरदार है। MERS और SARS भी कोविड-19 की तरह कोरोना वायरस से होने वाली बीमारियां हैं।
5300 रुपए है कीमत
ढाका में स्थापित Beximco ने जेनरिक रेमडेसिवीर को 6 हजार टका (5300 रुपए) में बेचने का फैसला किया है। मगर कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे सरकारी अस्पतालों के लिए दवा मुफ्त में मिलेगी।
ढाका में स्थापित Beximco ने जेनरिक रेमडेसिवीर को 6 हजार टका (5300 रुपए) में बेचने का फैसला किया है। मगर कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे सरकारी अस्पतालों के लिए दवा मुफ्त में मिलेगी।