शाेध के लेखक महियार इत्मिनान का कहना है कि आमतौर पर,डॉक्टर एंटीबायोटिक का चयन करते हैं क्योंकि इसमें जीवाणुरोधी गतिविधि होती है। मौखिक रूप से लेने पर यह अच्छी तरह से अवशोषित हो जाता है, जो इसे इलाज के ताैर पर प्रभावी बनाता है।इसके साथ ही आप राेगी काे एक गाेली देकर घर भेज सकते हैं।
उन्हाेंने बताया की एंटीबायोटिक दवाओं का वर्ग बहुत सुविधाजनक है, लेकिन अधिकांश मामलों में,विशेष ताैर पर कम्युनिटी रिलेटेड इंफेक्शन के लिए वास्तव इनकी जरूरत नहीं हाेती है। लेकिन फिर राेगी काे ये दवाएं दी जाती, जाे आगे चलकर गंभीर हृदय की समस्याओं का कारण बनी सकती है।
शोध के निदेशक डॉ ब्रूस कार्लटन ने कहा कि यह शाेध एंटीबायोटिक दवाओं ( Antibiotic causing heart problems ) की वास्तविक अावश्यकता के संबंध पर प्रकाश डालता हैं। किसी मरीज काे एंटीबायोटिक देने से पहले उसकी जरूरत काे समझना हाेगा क्याेंकि इसके बिना एंटीबायोटिक का प्रयाेग मरीज काे दिल की गंभीर बीमारियां ( antibiotics leads heart problems ) दे सकता है।