युवाओं को गठिया होने में कौन-कौन से लक्षण नजर आ सकते हैं
सबसे पहले देखा जाए तो चाल-फेर में दिक्कत महसूस हो सकती है। वहीं आप बार-बार उठने बैठने में भी दर्द का सामना कर सकते हैं। आपके जोड़ों में सूजन का लगातार बने रहना। वहीं हाथ-पैरों की उंगलियों में भी जलन-दर्द का होते रहना। ये समस्या धीरे-धीरे और गंभीर होती जाती है। इसलिए आपको सही समय में अपना चेकअप वा इलाज शरू कर देना चाहिए। ताकि ये समस्या गंभीर न हो जाए।
सबसे पहले देखा जाए तो चाल-फेर में दिक्कत महसूस हो सकती है। वहीं आप बार-बार उठने बैठने में भी दर्द का सामना कर सकते हैं। आपके जोड़ों में सूजन का लगातार बने रहना। वहीं हाथ-पैरों की उंगलियों में भी जलन-दर्द का होते रहना। ये समस्या धीरे-धीरे और गंभीर होती जाती है। इसलिए आपको सही समय में अपना चेकअप वा इलाज शरू कर देना चाहिए। ताकि ये समस्या गंभीर न हो जाए।
कम उम्र में गठिया होने के कौन-कौन से कारण हो सकते हैं
जब व्यक्ति का वजन ज्यादा होता है तो गठिया की समस्या हो सकती है। क्योंकि वजन ज्यादा होने के कारण रीढ़ की हड्डी में ज्यादा प्रेशर पड़ता है। जिसके कारण भी गठिया जैसी समस्या हो सकती है। यदि आप एक ही जगह गलत पोजीशन में बैठते हैं तो ये भी आपके लिए गठिया रोग जैसी समस्याओं को खड़ी कर सकता है। यदि आप मेटाबॉलिज्म का अच्छी तरह से ध्यान नहीं देते हैं तो भी मेटाबॉलिज्म बिगड़ना शुरू हो जाता है। जिससे कि गठिया जैसी समस्या उतपन्न हो सकती है।
जब व्यक्ति का वजन ज्यादा होता है तो गठिया की समस्या हो सकती है। क्योंकि वजन ज्यादा होने के कारण रीढ़ की हड्डी में ज्यादा प्रेशर पड़ता है। जिसके कारण भी गठिया जैसी समस्या हो सकती है। यदि आप एक ही जगह गलत पोजीशन में बैठते हैं तो ये भी आपके लिए गठिया रोग जैसी समस्याओं को खड़ी कर सकता है। यदि आप मेटाबॉलिज्म का अच्छी तरह से ध्यान नहीं देते हैं तो भी मेटाबॉलिज्म बिगड़ना शुरू हो जाता है। जिससे कि गठिया जैसी समस्या उतपन्न हो सकती है।
कम उम्र में कैसे कर सकते हैं गठिया से बचाव
अपने डाइट में अधिक ध्यान दे। ऐसे चीजों को डाइट में शामिल करें जिनमें ओमेगा 3 भरपूर मात्रा में पाया जाता हो। वेट को नियंत्रण में रखे। रोजाना 8 से 10 गिलास पानी का सेवन जरूर करें। और अच्छी नींद का लेना भी बहुत जरूरी है।
अपने डाइट में अधिक ध्यान दे। ऐसे चीजों को डाइट में शामिल करें जिनमें ओमेगा 3 भरपूर मात्रा में पाया जाता हो। वेट को नियंत्रण में रखे। रोजाना 8 से 10 गिलास पानी का सेवन जरूर करें। और अच्छी नींद का लेना भी बहुत जरूरी है।