एब्डॉमिनल माइग्रेन की वजह से बच्चों को होता है बार-बार पेट दर्द

बच्चों के पेट में बार-बार तेज दर्द, मरोड़, थकान और उल्टी की समस्या होती है तो यह एब्डॉमिनल माइग्रेन होता है। सबसे ज्यादा खतरा उन बच्चों को होता है जिनके माता-पिता पहले से ही माइग्रेन के मरीज हैं।

<p>एब्डॉमिनल माइग्रेन की वजह से बच्चों को होता है बार-बार पेट दर्द</p>

बच्चों में ज्यादा दबाव, चिंता व Stress के Abdominal Migrane की आशंका बढ़ती है। इसका दर्द नाभि के आसपास होता है। यह स्थिति दो तरह के हार्मोन हिस्टामाइन व सेरोटोनिन (serotonin) के ज्यादा रिलीज होने से होती है। गलत खानपान व खराब दिनचर्या भी इसकी वजह हो सकती है। अमूमन यह समस्या पांच से दस साल के बच्चों में देखने में आती है और लड़कियों में ज्यादा होती है। भविष्य में इसके Migrane में बदलने की आशंका भी रहती है।
ऐसे करें पहचान
सामान्यत: एब्डॉमिनल माइग्रेन का दर्द आधे घंटे रहता है। कभी-कभी दो दिन तक बना रहता है। हालांकि एब्डॉमिनल माइग्रेन के लक्षण पहले से नहीं दिखते हैं। यह माइग्रेन दो से 72 घंटे में दोबारा हो सकता है।

एब्डॉमिनल माइग्रेन के लक्ष

1- पेट में तेज दर्द की समस्या
2- पेट पर पीलापन बढऩा
3- दिनभर थकान और सुस्ती
4- भूख न लगना व खाने से अरुचि
5- आंखों के नीचे काले घेरे
6- जंक-चाइनीज फूड से बचें
बच्चों को ये चीजें न खिलाएं
जंक व चाइनीज फूड, इंस्टंट नूडल्स में प्रयोग किया जाने वाला मोनोसोडियम ग्लूटामेट (Mono sodium glutamet) यानी एमएसजी, प्रोसेस्ड मीट (Processed Meat) और चॉकलेट (chocolate) के ज्यादा प्रयोग करने से यह समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा बच्चों का सोना-जागना, नाश्ता , लंच व डिनर समय पर जरूरी है।
ये भी ध्यान दें
एब्डोमिनल माइग्रेन के समय व कितनी देर तक रहता हैं। कुछ सप्ताह पहले क्या दवा ली थी, बाहर का खानपान रहा हो तो बच्चा तनाव, उलझन में तो नहीं।
एक्सपर्ट : – डॉ. अजय दानी, सीनियर पीडियाट्रिशन, रायपुर

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