जनसुनवाई में शिकायतकर्ता ने खनिज विभाग पर लगाए आरोप
डिंडोरी. कलेक्टर द्वारा जारी दिशा निर्देशों को भी रेत कारोबारी धता बता रहे हैं। बेखौफ रेत कारोबारी पवित्र नर्मदा नदी का सीना छलनी कर रहे हैं। रेत खदानों से लगातार उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। जिस पर विभाग ने चुप्पी साध रखी है। जबकी 2 मार्च को कलेक्टर ने स्वयं मूसामुण्डी रेत खदान का निरीक्षण किया था। इस दौरान उनके साथ पुलिस अधीक्षक भी मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान गाड़ासरई पुलिस को रेत के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने सख्त निर्देश दिए गए थे। बावजूद इसके मूसामुण्डी रेत खदान से देर रात खनन जारी है। जिम्मेदार हांथ पर हांथ रखे बैठे हैं।
नही किया भंडारित रेत का सत्यापन
शिकायती पत्र में आरोप लगाया गया है कि अंधियारखोह भंडारण स्थल पर भंडारित रेत की मात्रा के संबंध में कारोबारी द्वारा समय-समय पर जानकारी दी जाती है, जिसके सत्यापन की जिम्मेदारी विभाग की होती है। किंतु विभाग में पदस्थ जिम्मेदारों द्वारा कभी भी भंडारित रेत का सत्यापन नहीं किया जाता। जैसे ही रेत उत्खनन और भंडारण संबंधी मामले की जानकारी उच्च न्यायालय जाने की जानकारी संबंधितों के संज्ञान में आती है। वैसे ही आनन-फानन में रेत भंडारण रद्द कराने की कार्यवाही कर दी जाती है। पत्र में शिकायतकर्ता ने खनिज विभाग के अधिकारियों के हवाले से प्राप्त जानकारी के मुताबिक विभाग द्वारा रेत भंडारण की स्वीकृति स्थगित करने की कार्यवाही कलेक्टर द्वारा 1 मार्च को की गई थी और इस आदेश की कॉपी विभाग द्वारा नहीं दी जा रही है। बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता द्वारा जिस विभाग की शिकायत की गई है उसी विभाग को इसकी जांच की जिम्मेदारी सौंप दी गई है। ऐसे में मामले की जांच की निष्पक्षता को लेकर भी कई सवाल खड़े होने लगे हैं।
जनसुनवाई में पहुंचा मामला
रेत उत्खनन व परिवहन का मामला जनसुनवाई में भी पहुंचा है। जिसमें शिकायतकर्ता सतीष श्रीवात्री ने रेत कारोबारी के सांथ ही खनिज विभाग में पदस्थ अमले पर संगीन आरोप लगाये हैं। शिकायतकर्ता ने पत्र में स्पष्ट किया है कि खनिज अधिकारियों द्वारा लगातार रेत कारोबारी की अनियमितताओं पर पर्दा डाला जा रहा है। रेत कारोबारी को पाक साफ बताने का प्रयास किया जा रहा है।
इनका कहना है
आपके द्वारा जानकारी प्राप्त हो रही है मै दिखवाता हुं।
रत्नाकर झा, कलेक्टर डिंडोरी