बारिश में दलदल बन जाती है सड़क, मरीजों को कंधे पर ले जाते हैं ग्रामीण

जिला मुख्यालय 20 किमी दूर ग्राम पंचायत मुडिय़ा खुर्द का मामला

<p>Road becomes swamp in rain, villagers carry patients on their shoulders</p>

डिंडोरी. जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मुडिय़ा खुर्द आज़ादी के कई दशक बीत जाने के बाद भी पक्की सड़क के लिए तरस रहा है। ग्राम पंचायत मुडिय़ा खुर्द के अंतर्गत आने वाले ठाकुर टोला में पंचायत भवन, आंगनबाड़ी भवन बना हुआ है साथ ही यहां और वार्ड क्रमांक 2 की जनता निवास करती है। इस सड़क की हालत दलदली भूमि जैसी है। दलदल में तब्दील इस मार्ग से छोटे-छोटे बच्चे आंगनवाड़ी पढऩे के लिए जाते हैं। ग्राम सभा का आयोजन होने पर पूरे गांव की जनता इसी मार्ग से होते हुए पंचायत भवन तक जाती है। ठाकुर टोला के रहवासी बताते हैं कि किसी की तबीयत खराब हो जाए तो बीमार व्यक्ति को कंधे में बिठाकर मुख्य मार्ग तक ले जाना पड़ता है। रोजमर्रा की जरूरी चीजों के लिए लोगों को इसी मार्ग से होते हुए डिंडोरी शाहपुर जाना पड़ता है। इस सड़क पर मोटर वाहन तो दूर की बात है पैदल चलना भी कष्टदायक होता है। ग्राम पंचायत के लोगों के द्वारा इसकी शिकायत जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से कई बार की गई है। इसके बाद भी इनकी किसी ने सुध नहीं ली है। ग्राम के ही विश्वनाथ सिंह ठाकुर ने बताया कि एक दिन अचानक रात को गांव की एक महिला को प्रसव पीड़ा हुई, लेकिन सड़क की स्थिति खराब होने के कारण 108 वाहन गांव के अंदर नहीं आ सका। मजबूरन गांव के लोगों को उस पीडि़त महिला को कंधे पर बैठाकर मुख्य मार्ग तक ले जाना पड़ा।

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