हितग्राहियों का बनाएं आयुष्मान कार्ड ताकि मिल सके नि:शुल्क इलाज

कलेक्टर ने समय-सीमा की बैठक में की विभागीय कार्यों की समीक्षा

<p>Make Ayushman card of the beneficiaries so that they can get free treatment</p>

डिंडोरी. समय सीमा की बैठक में कलेक्टर रत्नाकर झा ने कहा कि जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी हितग्राहियों के लिए आयुष्मान कार्ड अनिवार्य रूप से बनाया जाए। आयुष्मान कार्ड बनने से हितग्राहियों को पांच लाख रूपए तक का नि:शुल्क इलाज मिल सकेगा। बैठक के दौरान उन्होने विभागीय कार्यों की समीक्षा भी की। इस अवसर पर अपर कलेक्टर डिंडोरी, सीईओ जिला पंचायत, एसडीएम डिंडोरी, एसडीएम शहपुरा, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्यविभाग, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला योजना अधिकारी, जिला कोषालय अधिकारी, जिला समन्वयक सर्वशिक्षा अभियान सहित विभागीय अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। कलेक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के अंतर्गत सभी हितग्राहियों को लाभांवित किया जाए। उन्होंने स्वामित्व योजना के कार्यांे को समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। स्वामित्व योजना की प्रगति के संबंध में ग्राम पंचायतों को रोजाना रिपोर्ट प्रस्तुत करना होगा। उद्यानिकी विभाग द्वारा संचालित नंदन फलोद्यान योजना की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि नंदन फलोद्यान योजना से हितग्राहियों को लाभांवित करने के लिए विकास खण्डवार कार्ययोजना तैयार करें।उचित मूल्य की दुकानों में खाद्यान्न का भण्डारण करने के लिए गोदामों का निर्माण करने के निर्देश दिए। एक नवंबर से प्रारंभ होने वाली राशन आपके द्वार योजना का क्रियान्वयन करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाने को कहा। उन्होंने इसी प्रकार से खरीफ फसल के लिए किसानों का शत-प्रतिशत पंजीयन करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों का निराकरण सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ पूरा करें। शिकायतकर्ताओं से संपर्क कर उनकी समस्याओं का निराकरण करें। सभी अधिकारियों को सीएम हेल्पलाईन के 90 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण अनिवार्य रूप से करना होगा। कलेक्टर झा ने इसके बाद प्रधानमंत्री शहरी पथ विक्रेता स्वनिधि योजना की समीक्षा की। उन्होंने प्रधानमंत्री शहरी पथ विक्रेता स्वनिधि योजना से लाभांवित होने वाले हितग्राहियों की दुकानों को दुरूस्त कर बेहतर बनाने को कहा। जिले के हाट-बाजारों के लिए भूमि चिहिन्त करने के निर्देश दिए। मेला और हाट बाजार सडकों के किनारे न लगाये जाएं। उन्होंने सभी मेला और हाट-बाजारों में पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इसी प्रकार से बैठक में बीज, कीटनाशक एवं दवाईयों की नियमित रूप से जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने शासन द्वारा संधारित मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति, मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना, भू-राजस्व रिकार्ड का दुरूस्तीकरण, तेंदूपत्ता संग्राहकों का पंजीयन सहित विभागीय कार्यांे की समीक्षा की।

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