शहपुरा सहित गांव-कस्बों में मनमाने दर पर बेची जा रही शराब

मुनाफा कमाने में जुटे कारोबारी

<p>illegal wine</p>

डिंडोरी/शहपुरा. जिले के ग्रामीण अंचलो में शराब का कारोबार बड़ी तेजी से फल-फूल रहा है। जिले के शहपुरा व आसपास के क्षेत्रों में शराब कारोबारियों द्वारा धड़ल्ले से शराब बेंची जा रही है। पूरा का पूरा प्रशासनिक और पुलिस मोहकमा कोरोना संक्रमण की रोकथाम में व्यस्त है इधर शराब कारोबारी अपने कारोबार को अंजाम दे रहे हैं। शहपुरा सहित आसपास के क्षेत्रों में यह व्यापार बेखौफ चल रहा है। प्रशासन बेशक कितनी ही पाबंदियां क्यो न लगा ले लेकिन इस कारोबार पर अंकुश लगता नजर नहीं आ रहा है। दिखावे के तौर पर शराब दुकान तो बंद रहती है किंतु शराब कारोबारी के गुर्गे दुकान के पीछे और आसपास से इस कारोबार को बखूबी अंजाम दे रहे हैं। जबकि उक्त शराब दुकान थाने से महज चंद मीटर की ही दूरी पर है।
गांव-कस्बों में बनाई पैठ
जानकारों की माने तो शराब का यह अवैध कारोबार शहपुरा क्षेत्र तक ही सीमित नही है बल्कि अब तो इस कारोबार ने शहपुरा के आसपास के गांव-कस्बों तक मे आसानी से पैठ बना ली है। जिसके चलते गांव-कस्बों में बड़ी आसानी से शराब उपलब्ध हो जा रही है। बता दें कि शहपुरा के आसपास व शहपुरा में शराब का यह अवैध कारोबार पहले भी सुर्खियों में रहा है।
दाम भी मनमाने
नियमत: शराब एमआर पी और एमएस पीपर ही बेची जा सकती है। लेकिन शहपुरा अंग्रेजी शराब दुकान में प्रारंभ से ही कारोबारी इनके मनमाने दाम वसूल रहा है। ऐसा नही है कि एक बोतल पर दस बीस रुपये मुनाफा कमाया जा रहा हो बल्कि एमआरपी और एमएसपी की दर से 200 से 250 रुपये की अतिरिक्त वसूली कारोबारी के गुर्गों के द्वारा की जाती है। जब यही शराब गांव कस्बों में पहुंचती है तो इसमें दस-पचास रुपयों की बढ़ोत्तरी और हो जाती है। जिस पर अंकुश नितान्त आवश्यक है।

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