मुख्य व्यावसायिक केंद्र गाड़ासरई उपेक्षा का शिकार
गाड़ासरई. जिले के मुख्य व्यावसायिक केंद्र गाड़ासरई उपेक्षा का शिकार है। मुख्य सड़क से प्रति दिन शासकीय अमला निकलता है जो प्रतिदिन यातायात अव्यवथाओ में फंस जाता है। एम्बुलेंस को भी आसानी से रास्ता नहीं मिलता। जिसकी प्रमुख वजह सड़क किनारे फैले अतिक्रमण को माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि पैदल चलने वालों के लिए सड़क किनारे बनाई गई पटरी में दुकानदारों ने कब्जा जमा रखा है। जिसके कारण यातायात बाधित होता है। चारो तरफ फैले अतिक्रमण को हटाने कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है। पार्किंग की व्यवस्था नहीं है जिससे वाहन भी सड़क पर ही खड़े होते हैं। जिसके चलते आए दिन विवाद की स्थिति निर्मित होती है। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा बैठकों में कई बार अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई की बात तो कही जाती है जिले के अन्य क्षेत्रो में अतिक्रमण हटाया भी गया पर ग्राम गाडासरई में कार्रवाई होते नजर नहीं आई। बस स्टैंड में भी हालात ऐसे ही है। जिस स्थान पर सामुदायिक स्वच्छता परिसर बनाया जाना है वंहा लोगो द्वारा अवैध कब्जा किया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब भी बस स्टैण्ड के नाम से सामुदायिक स्वच्छता परिसर स्वीकृत होता है तो यह कह कर टाल दिया जाता है कि उक्त भूमि पर लोगो द्वारा अतिक्रमण किया गया है। अतिक्रमण हटाने की पहल अब तक अधिकारियों द्वारा नहीं की गई। विनोद साहू ने बताया कि अतिक्रमण की समस्या को लेकर कई वर्षों से प्रशासन को जानकारी दी जा रही है। कार्यवाही के नाम पर बस खाना पूर्ति कर छोड दिया जा रहा है।
इनका कहना है
रविवार साप्ताहिक बाजार की वजह से दुकाने सड़क के किनारे लगाई जाती है। नेशनल हाईवे है जिसमे भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। जिसके चलते अप्रिय घटना का भय रहता है।
अंशुल साहू, ग्रामीण
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बस स्टैंड में प्रतिदिन 40 से 50 बसे आती जाती है जिसमे हजारों यात्री आते हैं। जिन्हें निस्तार के लिए यहां वहां भटकना पडता है। यहां सुविधाघर की महती आवश्यक्ता है। बसें खडे करने के लिए अतिक्रमण हटाया जाए।
दीपक साहू, व्यापारी