दरअसल 108 किसानों से करोड़ों रुपए की उपज खरीद कर भागे व्यापारियों की गिरफ्तारी व भुगतान नहीं मिलने से आखिरकार परेशान पीडित किसान परिवार सहित सुबह से ही मंडी प्रांगण में पहुंच चुके थे। किसान कपास मंडी नीलामी मुहूर्त पूजा अर्चना में भी शामिल हुए। किसानों ने नीलामी के कार्य को रुकवा दिया। अलग ही देर शाम 4.30 बजे बिना जानकारी के आए कपास लेकर किसानों की परेशानी को देखते हुए एक दिन कपास नीलामी की स्वीकृति दी गई। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि शुक्रवार से नीलामी कार्य निष्कर्ष तक बंद रहेगा।
नीलामी मुहूर्त के बाद बोली नहीं लगने दी मंडी प्रांगण में प्रतिवर्ष कपास की नीलामी शुरू विधिवत पूजा अर्चना की जाती है। पूजा में पीडित किसान और परिवार की महिलाएं पहले ही जाकर बैठ गई थी। किसानों ने पूजा का विरोध नहीं किया । जैसे ही नीलामी के लिए व्यापारी कपास लेकर आए किसानों के पास खरीदी के लिए जाने लगेए मौजूद पीडि़त किसान और परिवार ने व्यापारियों के समक्ष अपनी मंशा रख दी। जिसके बाद व्यापारी भी नीलामी स्थल तक नहीं पहुंचे। खास बात यह थी कि लंबा समय बीत जाने के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल नहीं होने पर प्रशासन की खिलाफ जमकर नारेबाजी की।