धार.
मांडू उत्सव के दूसरे दिन रविवार को दिन की शुरुआत योगा से हुई। योगा के बाद साइकलिंग और साहसिक गतिविधियों में पर्यटकों ने भाग लिया। इसके बाद रात में आयोजनस्थल पर एक से बढकर एक सांस्कृतिक आयोजन हुए। पारंपरिक भगोरिया और बैंड की प्रस्तुति पर श्रोता भी थिरकते नजर आए।
कांकडा खो पहुंचने वाले पर्यटक बंदरों को चना भी खिला रहे।
पेरासिलिंग का आनंद लेते पर्यटक।
उंट पर बैठकर फोटो सेशन कराती युवती।
पेंटिंग के बारे में समझाती कलाकार।
वायलिन की प्रस्तुति देते कलाकार वशिष्ठ।
बैंड पर ताल मिलाते कलाकार।
कथक की प्रस्तुति देती नव्या।
अल सुबह हाट एयर बलून में भी हुई सैर।