कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए झारखंड में मौजूद विदेशी और दूसरे राज्यो से यहाँ आए मौलवियों और निजामुद्दीन से यहां धर्म प्रचार के लिए आए थे उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। इस क्रम में राज्य के अलग-अलग जिलों में रह रहे तब्लीगी जमात से लौटे और मस्जिदों में रह रहे 45 लोगों को बाहर निकाल कर आईसोलेशन सेंटर भेज दिया गया है। इनमें राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी और उनका पुत्र भी शामिल है।
तब्लीगी मरकज में शामिल होकर वापस लौटे झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के पुत्र को आइसोलेशन सेंटर में भेजा गया। उनके साथ मंत्री हाजी हुसैन अंसारी को भी होम क्वारेंटाइन में भेज गया है। जबकि लातेहार जिले के बालूमाथ में हजरत निजामुद्दीन तब्लीगी जमात प्रकरण को लेकर बालूमाथ के एक हाजी को तत्काल प्रभाव से आइसोलेट करते हुए बालूमाथ स्थित एक क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया।
इधर धनबाद पुलिस ने गोविंदपुर प्रखंड के आसनबनी पंचायत के एक मस्जिद से इंडोनेशिया के 9 मौलवियों और मुंबई के 2 मौलवियों को मंगलवार देर रात बाहर निकाला गया। सभी को पीएमसीएच में जांच के लिए लाया गया है। फिलहाल इस सभी का जांच सैंपल लेने के बाद सभी को पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
वहीं, साहेबगंज जिले के लालबथानी गांव स्थित एक मस्जिद से भी बुधवार 15 लोगों को बाहर निकाल कर क्वारेंटाइन में भेज दिया गया। वे लोग पिछले कई दिनों से मस्जिद में रह रहे थे। साहेबगंज के एसडीपीओ राजा मित्रा ने बताया कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मस्जिद में रह रहे 15 लोगों की स्वास्थ्य जांच कराई गई। इसके बाद सभी को मखमलपुर पंचायत भवन में में बनाए गए क्वारंटाइन केंद्र में भेज दिया गया है। कोडरमा से पुलिस ने 15 धर्म प्रचारकों को क्वारेंटाइन कर दिया है। इन्हें जलवाबाद स्थित एक मस्जिद के पास से पकड़ा गया। ये लोग कोडरमा में धर्म प्रचार के लिए आए थे। बोकारो जिले के पिपराडीह मस्जिद में भी 14 बाहरी लोगों के होने खबर के बाद वहां पर एक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।