पिता—बहन की मौत के बाद भी जिंदगी की जंग लड़ती रही तीन साल की मासूम वहीं हत्या में प्रयुक्त दो पहिया वाहन का पता लगाने के लिए मुख्य आरोपी सुरेंद्र के भाई वीरेंद्र को जेल से निकालकर न्यायालय के माध्यम से रिमांड पर लिया गया जबकि मुख्य आरोपी व उसके एक साथी करण को रिमांड अवधि खत्म होने के बाद जेल भेज दिया गया है। नेमावर में 13 मई 2021 से लापता परिवार के पांच सदस्यों के शव मंगलवार को नगर के पास खुदाई के दौरान एक खेत से मिले थे। मामले में पुलिस ने युवती के प्रेमी सुरेंद्रसिंह चौहान, उसके भाई वीरेंद्रसिंह चौहान सहित विनय तिवारी, राजकुमार, करण, मनोज व खंडवा जिले के राकेश को गिरफ्तार किया गया था।
मध्यप्रदेश में फिर पैर पसार रहा कोरोना, 7 दिनों में इतने केस, यह जिला सबसे ज्यादा संक्रमित इनमें से सुरेंद्र सहित करण व राकेश को दो दिन की रिमांड पर देवास अजा-अजजा न्यायालय ने पुलिस को सौंपा था जबकि चार अन्य को जेल भेज दिया गया था।रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद शनिवार को तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से मुख्य आरोपी सुरेंद्र व करण को जेल भेज दिया गया जबकि राकेश को फिर से एक दिन रिमांड पर सौंपा गया। वहीं जेल में बंद वीरेंद्र को भी एक दिन की रिमांड पर सौंपा गया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वीरेंद्र ने हत्या में प्रयुक्त हुए दो पहिया वाहन को कहीं छुपा रखा है जबकि रूपाली का मोबाइल राकेश ने इधर-उधर कर दिया है।
पेट में बच्चे को लेकर 12 किमी पैदल चली गर्भवती, रोड किनारे दिया जन्म पुलिस सूत्रों के अनुसार राकेश को खुद ध्यान नहीं है कि उसने मोबाइल कहां पर फेंक दिया था, लोकेशन के आधार पर उसका पता लगाया जाएगा। पुलिस आरोपी को लेकर संभावित जगहों पर जाएगी। उधर दो दिनों की रिमांड के दौरान पुलिस ने सुरेंद्र, करण की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त रॉड, पाइप, रस्सी आदि बरामद कर लिए हैं।