देवरिया. सदर कोतवाली परसिर से एसओजी के गायब (SOG Vehicle Theft) चार पहिया वाहन की चोरी का राज सामने आ ही गया। पुलिस की नाक के नीचे pसे उसी की गाड़ी चुरा ले जाने वाले चोरों में एसओजी का एक मुखबिर भी शामिल है, जिसका एसओजी कार्यालय में आना-जाना था। उसी ने इसका फायदा उठाते हुए साथियों संग मिलकर पुलिस की सरकारी गाड़ी ही उड़ा दी।
पकड़े गए अंजनी ने पुलिस को बताया है कि वह एसओजी का मुखबिर है और कई बार अवैध शराब के बारे में सूचना भी दी है। हालांकि उसका कहना है कि वह नशे का आदि है और नशे की हालत में ही साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया, बाद में पता चला कि गाड़ी पुलिस की है। बेचने ले जाते समय कुशीनगर पुलिस को देख गाड़ी छोड़ कर फरार हो गए।
पुलिस की गाड़ी चुराने वालों में एसओजी का मुखबिर लार थानान्तर्गत खेमादेई गांव निवासी अंजनी सिंह उर्फ टिंकू के अलावा कुशीनगर के कसया थाना क्षेत्र के मंझरिया गांव निवासी विपिन कुमार तिवारी व अनिरुधवा का राकेश कुशवाहा और बिहार के गोपालगंज जिले के कटया थानान्तर्गत लोहटी का शम्भू पाण्डेय शामिल है। बड़ी बात ये कि पकड़ा गया विपिन पाण्डेय पेशे से वकील है और उसके पास लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद हुआ है। शम्भू के पास से भी तमंचा मिला है, जबकि अंजनी के पास 1.200 किलोग्राम चरस बरामद हुआ है।
बताते चलें कि बीते 28 मार्च की रात देवरिया सदर कोतवाली परिसर से एसओजी की चार पहिया गाड़ी चोरी हो जाने से हड़कम्प मच गया था। एसओजी प्रभारी घनश्याम सिंह की हतरीर पर सदर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गाड़ी की तलाश की जा रही थी। 31 मार्च को कुशीनगर पुलिस और एसओजी टीम के हत्थे चार संदिग्ध चढ़े जिनसे पूछताछ में पूरी घटना का खुलासा हो गया।
पकड़े गए चोरों पर पहले से भी मुकदमे दर्ज हैं। अंजनी सिंह उर्फ टिंकू के खिलाफ बिहार के गोपालगंज के मीरगंज थाने में, देवरिया के लार थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज है तो सदर कोतवाली आर्म्स एक्ट की कार्रवाई हुई है। इसी तरह शंभू पर भी यूपी बहिार के थानों में 6 मुकदमे दर्ज हैं।