मामला दो जातियों का होने के चलते गांव और आसपास जबरदस्त तनाव है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ से प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार को मौके पर जाने के निर्देश दिए हैं।
सोमवार सुबह 6 बजे प्रेम यादव का शव गली में पड़ा मिला। उनकी गला काटकर हत्या की गई थी। हत्या किसने की यह स्पष्ट नहीं था।
हमलावर वहशी हो चुके थे। उन्होंने बच्चों, महिला और बच्चियों तक को नहीं बख्शा। सबसे पहले सत्य प्रकाश दुबे ने हमलावरों को रोकने की कोशिश की तो उनको गोली मारी। फिर उन पर गड़ासे से वार किए। सत्य प्रकाश को बचाने आई उनकी पत्नी किरण पर भी हमलावर टूट पड़े। उसका गला काट दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
प्रेम यादव की लाश मिलने के बाद उनके परिजन-रिश्तेदार आग-बबूला हो गए। 20-25 की संख्या में यादव कुनबे के लोग हाथ में लाठी-बंदूक और गड़ासा लेकर सत्य प्रकाश के घर पहुंच गए।
गुस्साए परिजन दरवाजा तोड़कर सत्य प्रकाश के घर में घुस गए। इसके बाद जो सामने आता गया उस पर वार शुरू कर दिए। हमलावर एक-एक की हत्या करते जा रहे थे। सत्य प्रकाश के घर पर जब हमला हुआ उस वक्त 6 लोग थे। हमलावरों ने पूरे परिवार को मार दिया। सिर्फ 8 साल का बच्चा अनमोल जिंदा बचा है। उसकी हालत गंभीर है।