देशद्रोही के जैसा सलूक…
विरोधियों पर निशाना साधते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि योग और आयुर्वेद का काम करना मानों गुनाह हो गया है। उन्होंने कहा कि देशद्रोही और आतंकवादियों के खिलाफ जिस तरह एफआइआर होती है, हमारे साथ भी वही किया गया।
यह है कीमत…
आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कोरोनिल और श्वासारी वटी से मरीजों की सेहत में सुधार आया है। पतंजलि के माध्यम से इसे सभी तक पहुंचाया जाएगा। जल्द इसके लिए ऑर्डर मी ऐप लॉन्च होगा। उन्होंने बताया कि आयुष मंत्रालय ने पतंजलि की दवाई को इम्यूनिटी बूस्टर माना है। कोरोना पीड़ित मरीज श्वासारी और कोरोनिल खाकर इम्यूनिटी बढ़ा सकेंगे। हालांकि कोरोना किट की जगह इसका नाम बदलकर श्वासारि कोरोनिल किट रखा गया है। किट की कीमत 535 रुपए है।
यह है दवाई के घटक तत्व…
दवाई के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कोरोनिल के लिए गिलोय, अश्वगंधा तुलसी की सुनिश्चित मात्रा ली गई। इसी तरह दालचीनी और अन्य से श्वासारी वटी को तैयार किया गया। इनके लाइसेंस अलग-अलग हैं, पर इनका एकसाथ प्रयोग किया गया। इनपर संयुक्त रूप से ट्रायल हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि तीनों औषधियों का लाइसेंस यूनानी और आयुर्वेद मंत्रालय से लिया गया है। कुछ लोग सवाल कर रहे हैं कि रिसर्च किस पर कर रहे हैं। इसका जवाब ये है कि आयुर्वेद में औषधियों के परंपरागत गुणों की रिसर्च पर लाइसेंस मिलता है। हमने परंपरागत गुणों के आधार पर लाइसेंस लिया है। उन्होंने बताया कि पांच सौ से ज्यादा वैज्ञानिक हमारी रिसर्च टीम में शामिल हैं।