उत्तराखंड के कांग्रेसियों ने देवभूमि से पिछले 8 माह में प्रियंका गांधी को 5 पत्र भेजे हैं। साथ ही प्रियंका ने सभी पत्रों का जवाब भी दिया है। लिहाजा उत्तराखंड कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को यकीन है कि प्रियंका गांधी के देवभूमि दौरे से कांग्रेस को न ही संजीवनी मिलेगी बल्कि वर्ष 2022 में उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जीत की राह आसान हो जाएगी। हालांकि कांग्रेस के नेताओं को अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से भी कोई परहेज नहीं है। लेकिन कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि अभी हाल में उत्तराखंड में कांग्रेस ने ही एक सर्वेक्षण कराया है जिसमें सर्वेक्षण एजेंसी ने प्रियंका गांधी को देवभूमि के लिए लाभप्रद बताया है। साथ ही प्रियंका को कांग्रेस का टॉप लीडर माना है। इस सर्वेक्षण के बाद उत्तराखंड के कांग्रेसी चाहते हैं कि प्रियंका गांधी निरंतर उत्तराखंड के संपर्क में रहें।
वैसे प्रियंका अक्सर ही देहरादून अपने बच्चों के स्कूल में आती हैं। लेकिन अपने प्रवास के दौरान वे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक नहीं करती हैं। अपने बच्चों के स्कूल आती हैं और फिर लौट जाती हैं।
‘ उत्तराखंड में कांग्रेस के सभी शीर्ष नेताओं की मांग है। स्टार प्रचारकों में प्रियंका भी शामिल हैं। कोशिश की जा रही है कि प्रियंका गांधी को लाया जाए और वे कार्यकर्ताओं से मिलें। आगामी 25 नवंबर को पिथौरागढ़ विधानसभा के लिए उप चुनाव भी होने हैं। इस चुनाव में कांग्रेस भारी मतों से विजयी भी होगी। ’ प्रीतम सिंह ,अध्यक्ष, उत्तराखंड कांग्रेस