पुलिस बनी मददगार: किसी को घर तो किसी अस्पताल पहुंचाया

पुलिस की मददगार छबि से कोरोना संकट में लोगों को मिला सहारा

दतिया. अभी तक आपके दिमाग में सिर्फ कोरोना गाइड लाइन का पालन कराने के लिए लाठियां चलाने, उठक – बैठक लगवाने और मुर्गा बनाने वाली पुलिस की छवि बनी होगी। लेकिन रविवार को एक महिला आरक्षक प्रतिभा पाल ने पुलिस की मददगार छबि प्रस्तुत की है।
महिला आरक्षक ने दिया सहारा
राजगढ़ चौराहे पर ड्यूटी पर तैनात महिला आरक्षक प्रियंका पाल ने दो महिलाओं की आगे बढ़कर मदद की और उन्हें सहारा दिया। तलैया मुहल्ला निवासी सायरा बानो राजगढ़ चौराहा पर मेडिकल स्टोर पर दवाईयां लेने आई थीं। इसी दौरान उसकी तबितय बिगड़ी तो वह बेहोश गिर गई। इसी दौरान आरक्षक प्रियंका की नजर उस पर पड़ी तो प्रियंका ने तुरंत लोगों की मदद से उसे छांव में बैठा कर हवा की और पानी मंगा कर पिलाया।
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आरक्षक ने इसकी सूचना 108 एम्बुलेंस को भी दी। एम्बुलेंस आने तक आरक्षक ने सायरा बानो की देखभाल की और एम्बुलेंस आने पर उसे एम्बुलेंस में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया। दूसरा मामला यह है कि राजगढ़ चौराहा के पास रहने वाली एक वृद्ध महिला इलाज कराने अस्पताल गई थी। साधन न मिलने की बजह से वह परेशान हो गई। राजगढ़ चौराहे तक आते – आते उसकी तबियत और बिगड़ गई तो वह भी चक्कर खाकर गिर पड़ी। इस वृद्ध महिला की भी ड्यूटी पर मौजूद आरक्षक प्रियंका ने सेवा की और उसे घर पहुंचाया। महिला आरक्षक के साथ एएसआई रामसिंह बिजौलिया व अन्य पुलिस कर्मियों ने इस दौरान सेवा भाव दिखाया।
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कोरोना संकट जब पूरी दुनिया अपनी जान बचाने घरों में एक बार फिर से कैद हो गई है। एसे में पुलिस के जवान मैदान में तैनात है । वह अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की सहायता भी कर रहे हैं। पुलिस की एसी छबि देखकर अब लोगों में उनके प्रति सम्मान के भाव जागने लगे हैंं।
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