जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर में मंगलवार को रात करीब एक बजे एक युवक पहुंचा। युवक मरीजों को देखने लगा। इससे भर्ती मरीजों को लगा कि वह अस्पताल का कर्मचारी है। युवक मरीजों को देखने के साथ ट्रामा सेंटर में रखी दवाइयों और इंजेक्शनों को चोरी कर बाहर आता और अपनी स्कूटी में रख जाता। कुछ लोगों का ध्यान इस ओर गया तो उन्हें संदेह हुआ। लोगों ने पकड़ कर युवक से पूछताछ की तो वह हड़बड़ा गया। युवक का नाम टिंकू परिहार बताया गया है। युवक की यह करतूत अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है।
युवक के संतोषजनक जवाब ने दे पाने और अस्पताल से चुराई गई दवाइयां युवक के स्कूटर की डिक्की में मिलने के बाद डायल 100 को सूचना दी गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को पकड़ कर कोतवाली ले आई लेकिन कोई फरियादी न पहुंचने के बाद आरोपी को छोड़ दिया गया। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. केसी राठौर का कहना है कि ड्यूटी डॉक्टर को एफआइआर कराने के लिए बोला था लेकिन वह ड्यूटी छोडकऱ नहीं जा सकता था। स्टाफ से इस संबंध में एफआइआर कराने के लिए बोला है।