मुख्यमंत्री ने जिस घर से टीकाकरण महाभियान की शुरुआत की उसी में चार लोग टीके से वंचित

परिवार के मुखिया को नहीं लग सका दूसरा डोज, तीनों बेटे व बेटी अभी भी पहले डोज से वंचित

<p>मुख्यमंत्री ने जिस घर से टीकाकरण महाभियान की शुरुआत की उसी में चार लोग टीके से वंचित</p>
दतिया. एक महीने पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने परासरी में जाकर कोरोना टीकाकरण महाअभियान की शुरुआत की पर जिस घर में जाकर उन्होंने टीका लगवाने के लिए आमंत्रण पत्र दिया उसी घर के सात में से चार लोगों को करोना टीके का पहला डोज भी नहीं लग सका। जिम्मेदारों की लापवाही के चलते आमंत्रण पत्र पाने वाले न तो बेटों को टीका लग सका न ही बेटी को।
21 जून को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिले के परासरी गांव पहुंचे थे। यहीं से प्रदेश के कोरोना टीकाकरण के महाअभियान की शुरुआत की थी। यहां उन्होंने रामभरोसे प्रजापति (64) के घर जाकर उन्हें टीका लगवाने के लिए आमंत्रण पत्र दिया था। हालांकि रामभरोसे को पहला डोज लग चुका था, लेकिन इनके परिवार के अन्य लोगों को टीका नहीं लगा था। अभियान के शुरुआती दिनों में ही रामभरोसे की पत्नी विमला देवी व पुत्रवधु सविता को तो टीके का पहला डोज लग गया पर अन्य चार सदस्य अभी भी पहले डोज से वंचित हैं। तब से अब तक जिले के हजारों लोगों को टीके लग चुके हैं पर टीकाकरण व ग्राम पंचायत से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों ने सीएम की विजिट को ही गंभीरता से नहीं लिया। खुद रामभरोसे को दूसरा डोज नहीं लग सका।
ये लोग हैं टीकाकरण के लिए पात्र

21 जून को हुई सीएम विजिट के दौरान ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, जिला प्रशासन व अन्य विभागों के अधिकारियों का जमावड़ा था। उस दिन रामभरोसे की पत्नी विमला व पुत्रवधु सविता को टीका लग गया पर बड़ा बेटा द्वारिका, मझला बेटा प्रकाश व छोटे बेटे हरि व बेटी प्रभा को कोरोना का पहला डोज तक नहीं लग सका। सूत्रों का कहना है कि इस परिवार के लोगों में कभी टीका के प्रति डर तो कभी डोज की कमी आड़े आई और वे अब तक भटक रहे हैं।
नहीं पहुंचे हाल जानने

बुधवार को परासरी पहुंची पत्रिका टीम ने जब रामभरोसे व उसकी बेटी प्रभा से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने प्रयास तो किया पर कभी डोज नहीं मिला तो कभी अन्य कारणों के चलते डोज नहीं लग सके। उनका कहना यह भी था कि इन दिनों में किसी अधिकारी-कर्मचारी ने उनकी सुध नहीं ली।
सीएम विजिट के बाद कई बार कोरोना के टीके गांव में तक लगे फिर क्यों उन्हें टीके नहीं लग सके। इस बारे में पता करता हूं। रही बात टीके लगने की तो शनिवार को उन्हें हर हाल में टीके लगवा दिए जाएंगे।
– डॉ. आइके दोहरे, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर
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