महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राज्य के गृह मंत्री और मुंबई पुलिस प्रमुख को लिखे अपने पत्र में मृतक मनसूख ने कानूनी कार्रवाई और पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। मंगल पर नासा के रोवर ने कर दिया कमाल, 33 मिनट के अंदर सत पर दर्ज कर दिए अपने पैरों के निशान
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते मुकेश अंबानी के घर के पास मिले विस्फोटक से लदी गाड़ी के मालिक हिरेन मनसुख का शव शुक्रवार को ठाणे में एक नाले के किनारे पड़ा मिला था।
दरअसल, शुक्रवार को अंबानी के घर मिले संदिग्ध वाहन में उस वक्त बड़ा मोड़ आया, जब 45 वर्षीय मनसूख का शव मुंबई के ठाणे में नदी किनारे बरामद हुआ था।
दरअसल, शुक्रवार को अंबानी के घर मिले संदिग्ध वाहन में उस वक्त बड़ा मोड़ आया, जब 45 वर्षीय मनसूख का शव मुंबई के ठाणे में नदी किनारे बरामद हुआ था।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि लगभग 45 वर्षीय मनसुख गुरुवार रात से लापता था और फिर अगले दिन मुंब्रा रेती बुंदर रोड से लगी एक नदी के किनारे पर उसका शव मिला था।
सीएम को लिखी थी चिट्ठी
अंबानी के घर के बाहर मिली स्कॉर्पियों गाड़ी के मालिक हीरेन मनसुख ने मौत से एक दिन पहले राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को खत लिखा था। इस पत्र में उन्होंने पुलिस अधिकारियों और पत्रकारों द्वारा परेशान किए जाने की बात कही थी। हीरेन ने अपने पत्र में राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गृहमंत्री और पुलिस प्रमुख से कानूनी कार्रवाई और सुरक्षा की मांग की थी।
अंबानी के घर के बाहर मिली स्कॉर्पियों गाड़ी के मालिक हीरेन मनसुख ने मौत से एक दिन पहले राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को खत लिखा था। इस पत्र में उन्होंने पुलिस अधिकारियों और पत्रकारों द्वारा परेशान किए जाने की बात कही थी। हीरेन ने अपने पत्र में राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गृहमंत्री और पुलिस प्रमुख से कानूनी कार्रवाई और सुरक्षा की मांग की थी।
2 मार्च को अपने पत्र में मनसुख ने बताया था कि कैसे उसकी कार चोरी हुई थी और किस तरह से उसे पुलिस द्वारा परेशान किया जा रहा है। सचिन और सहवाग की इस विस्फोटक पारी को देखकर आप भी हो जाएंगे दीवाने, एक बार फिर मैदान पर दिखी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी
बीजेपी ने साधा निशाना महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि मुख्य गवाह की मौत से संकेत मिलता है कि कुछ गड़बड़ है। उन्होंने कहा कि मैं मांग करता हूं कि मामले की जांच एनआईए से करवाई जाए।
उधर..महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि मामला महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) को ट्रांस्फर कर दिया गया है। इससे पहले अनिल देशमुख ने एक बयान में बताया था कि यह कार हीरेन देशमुख की नहीं थी।