चौधरी करीब दो साल से निदेशक हैं
जौहरी सिंगापुर नहीं गये क्योंकि प्रशासकों की समिति ने उन्हें उनके खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर अपना पक्ष सौंपने को कहा है। बीसीसीआई के बयान के अनुसार, ‘‘जब से फैसला हुआ था कि राहुल जौहरी आईसीसी-सीईसी की बैठक में शिरकत नहीं करेंगे तो ऐसी छवि बनायी गयी कि बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी को जौहरी की जगह भेजा जा रहा है। ’’इसके मुताबिक, ‘‘यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि आईसीसी के निदेशकों के बोर्ड में चौधरी करीब दो साल से निदेशक हैं और आईसीसी बोर्ड निदेशक के तौर पर लगातार अपनी क्षमता के अनुसार भारत और बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। ’’
जवाब देने के लिये दिया गया है 14 दिन का समय
जौहरी की अनुपस्थिति में आईसीसी बोर्ड निदेशकों की बैठक में शिरकत करने जा रहे चौधरी मुख्य कार्यकारी बैठक का भी हिस्सा होंगे। इसके अनुसार चौधरी आईसीसी की मौजूदा कांफ्रेंस में आईसीसी के निदेशक बोर्ड की बैठक में शिरकत करनी ही थी, भले ही जौहरी मुख्य कार्यकारियों की बैठक में शिरकत करते या नहीं।उन्होंने कहा, ‘‘कुछ कारणों से जौहरी मौजूदा बैठक में शिरकत नहीं कर रहे जिसमें पूर्ण सदस्य देशों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भाग लेंगे। चौधरी को जौहरी के लिये अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गयी है। ’’जौहरी को उन पर लगे आरोपों पर जवाब देने के लिये 14 दिन का समय दिया गया है जिसकी समय सीमा 15 अक्टूबर से शुरू हुई।