बोले, रह चुका हूं इमरान का कप्तान
जावेद मियांदाद ने इमरान खान को चुनौती देते हुए कहा कि वह उन्हें खेल के मैदान ही नहीं, बल्कि राजनीति में भी चुनौती देंगे। वह उनमें से एक हैं, जिन्होंने इमरान को देश का प्रधानमंत्री (Pakistan Prime Minister Imran Khan) बनाया है। अपने यू-ट्यूब चैनल पर जावेद मियांदाद ने यह भी कहा कि वह मौजूदा प्रधानमंत्री के कप्तान रह चुके हैं और अब वह राजनीति में शामिल होकर लोगों को बताएंगे कि वास्तविक राजनीति क्या होती है।
पीसीबी की गड़बड़ियों के लिए भी लगाई लताड़
पाकिस्तान के महानतम बल्लेबाजों में से एक जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की गड़बड़ियों के लिए भी इमरान को लताड़ लगाई। उन्होंने इमरान पर निशाना साधते हुए कहा कि कृपया हमारे क्रिकेट का प्रबंधन करने के लिए विदेश से लोगों को न लाएं। पाकिस्तान में ही योग्य लोगों की तलाश करें और पाकिस्तान के लोगों पर विश्वास करें। जावेद मियांदाद का इशारा पीसीबी चेयरमैन (PCB Chairman) और वर्षों से लंदन में रहे एहसान मनी (Ahsan Mani) की ओर था। मियांदाद बर्मिंघम के पूर्व क्रिकेटर वसीम खान (Wasim Khan) के कामकाज से भी संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। ये दोनों पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी हैं। मियांदाद ने आगे कहा कि ये लोग बाहरी हैं। मान लीजिए कि वह यहां किसी गलत काम में लिप्त हैं और बाद में पाकिस्तान से भाग जाते हैं, तो उनकी इस गड़बड़ी के लिए कौन जिम्मेदार होगा।
बाहरी लोगों पर भरोसा कर रहे हैं इमरान : मियांदाद
जावेद मियांदाद ने इमरान पर तंज कसते हुए कहा कि आप खुदा बनकर बैठे हैं। आपको लगता है कि आपके अलावा यहां किसी को कुछ पता नहीं, क्योंकि आपको लगता है कि पाकिस्तान से कोई अन्य व्यक्ति कैम्ब्रिज या ऑक्सफोर्ड नहीं गया। सच तो यह है कि आपको पता ही नहीं है कि पाकिस्तान में हो क्या रहा है। आप सिर्फ ऐसे लोगों (विदेशों से) पर भरोसा कर रहे हैं, जिनके इरादे बुरे हैं। आप नहीं जानते कि वे (वसीम और एहसान मनी) कैसे लोग हैं।
‘पिछले चुनाव में किया था इमरान का समर्थन’
मियांदाद ने इमरान को याद दिलाया कि पिछले संघीय चुनाव में उन्होंने उनका समर्थन किया था। चुनाव के दौरान इमरान कराची में उनके घर आए थे। मियांदाद ने कहा कि इमरान चुनाव की पूर्व संध्या पर उनके घर आए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री पद के लिए इमरान का समर्थन किया था। यह बात उन्हें याद रखनी चाहिए। मियांदाद ने कहा कि इमरान इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि उन्होंने इमरान का समर्थन किया। लेकिन वह पाकिस्तान के लोगों से किए अपने वायदे पूरा करने में विफल रहे। इसलिए अब से वह पाकिस्तान की बेहतरी के लिए राजनीतिक मुद्दों पर भी बोलेंगे। पीछे नहीं हटेंगे।