जानें…क्यों भाजपा के चूरू के सारे विधायक, एमपी, प्रत्याशी एक साथ पहुंचे कलक्टर के पास

कहीं पानी की ट्यूबवेल खुली रहती है, तो खुली ही रहती है। नालियों में पानी बहता रहता है और कहीं लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे होते हैं।

<p>जानें&#8230;क्यों भाजपा के चूरू के सारे विधायक, एमपी, प्रत्याशी एक साथ पहुंचे कलक्टर के पास</p>

चूरू. जिले की सभी छह विधानसभाओं में व्याप्त बिजली पानी की विकराल समस्या के समाधान के लिए जिला भाजपा की टॉप लीडरशिप ने अपने नेता और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड और सांसद राहुल कस्वा के नेतृत्व में कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने के दौरान बिजली-पानी की समस्या का विधानसभा क्रमवार जिक्र करते हुए कलक्टर से हस्तक्षेप की मांग की गई।

इस दौरान उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि घोर आश्चर्य का विषय है कि जिले में न तो बिजली का कोई कंट्रोल रूम है और न ही पानी का, जहां पर कि उपभोक्ता अपनी शिकायत दर्ज करा सके। सांसद राहुल कस्वा ने कहा कि यहां तक कि जनप्रतिनिधियों की शिकायत भी कूड़ेदान के हवाले होती है, क्योंकि कोई रजिस्टर ही मेंटेन नहीं होता। उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में इन समस्याओं के लिए किसी से बात भी की जाए तो किससे और कहां करें।

इस दौरान जिले की सभी छह विधानसभा सीटों से आए प्रत्याशियों और भाजपा के मौजूदा विधायकों ने लगभग एक ही तरह की शिकायत की कि पानी और बिजली, दोनों ही जगह अधिकारी समस्या को मानने को ही तैयार नहीं हैं, तो फिर उसका हल खोजें भी तो कैसे। उन्होंनेेे कहा कि अफसरों को समस्या दिखती नहीं, उधर जनता है कि घड़े फोडऩे के लिए तैयार बैठी है। भाजपा नेतृत्व ने चेतावनी दी कि अगर हालात में 15 दिन के भीतर सुधार नहीं हुआ, तो भाजपा को मजबूरन धरना-प्रदर्शन करना होगा।

कोढ़ में खाझ जैसी है बिजली-पानी समस्या
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि वर्तमान समय में कोरोना वैश्विक महामारी के रूप में सामने खड़ी है। आम आदमी का जीवन वैसे ही बदहाल हो गया है। उस पर बिजली पानी की समस्या ने कोढ़ में खाझ का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द शहरी क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी बिजली की समुचित आपुर्ति सुनिश्चित करे।

ट्यूबवेल खोद कर छोड़ दिया
राठौड़ ने कहा कि ट्यूबवेल खोद कर छोड़ दिए गए हैं अगर कनेक्शन नहीं तो वे किस काम के। सुजानगढ़ से आए भाजपा नेता ने कहा कि आपणी योजना फेल होने के कगार पर है। ऐसे में अगर पहले से मौजूद ट्यूबवेल की मरम्मत ही करा दी गई होती, तो पुरानी व्यवस्था और आपणी योजना दोनों के साथलोगों की जरूरतें पूरी की जा सकती थीं। नेताओं ने कहा कि जलदाय विभाग में जैसे कोई नेतृत्व है ही नहीं। कहीं पानी की ट्यूबवेल खुली रहती है, तो खुली ही रहती है। नालियों में पानी बहता रहता है और कहीं लोग बूंद-बूंद पानी को तरहस रहे होते हैं।

सांसद कस्वा यह बोले
सांसद राहुल कस्वां ने कहा कि इस पूरे जिले की आबादी को पानी और बिजली की समस्या से रूबरू होना पड़ रहा है। जिले में खराब कुएं, पाईप लाईन में लिकेज, बिजली के बिल जमा नही होने से बंद पड़े टयुबवैेल आदी की समस्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा बहुत सारे गांव में कुछ अवैध कनेक्शनों के कारण पूरे गांव व बस्ती के कनेक्शन काटे जाना पूरे क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय है तथा इसका समाधान शीध्रता से होना चाहिए। जिले में बिजली की अघोषित कटौती, लोहे के जर्जर पोल की समस्या इनका निस्तारण शीध्रता से किया जाना चाहिए।

इस अवसर पर चूरू जिले की सारी विधानसभावार समस्याओं को विस्तारपूर्वक लिखकर जिला कलेक्टर को प्रेषित किया गया। जिसमें रतनगढ़ विधानसभा की समस्याओं को लेकर विधायक अभिनेष महर्षि ने कहा कि उनकी विधानसभा क्षेत्र रतनगढ़ में बिजली पानी की मूल समस्या के अलावा क्षेत्र में झूलते बिजली के तार भी बड़ी समस्या हैं। नेताओं ने कहा कि अधिकारी चाहते हैं कि लोग पानी की समस्या से त्राहि-त्राहि करें, ताकि लोग टैंकर मंगाने पर मजबूर हों और वे जम कर भ्रष्टाचार कर सकें।

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