अपनी मातृभूमि में चातुर्मास करेंगी साध्वी अनाकार श्रीजी

चित्तौडग़ढ़. कपासन. करोड़ों रुपए की संपदा एवं दो वर्ष आठ माह की बालिका का परित्याग कर जैन भागवती दीक्षा ग्रहण कर संयम पथ पर अग्रसर हो वैराग्य जीवन अंगीकार करने के लगभग चार वर्ष बाद साध्वी अनाकार अपनी मातृभूमि कपासन में चार्तुमासिक वर्षावास होगा। इनके कपासन प्रवास को लेकर नगर वासियों सहित उदयपुर अंचल एवं मालवा के जैन धर्मावलंबियों में उत्साह है।

<p>अपनी मातृभूमि में चातुर्मास करेंगी साध्वी अनाकार श्रीजी</p>

चित्तौडग़ढ़. कपासन. करोड़ों रुपए की संपदा एवं दो वर्ष आठ माह की बालिका का परित्याग कर जैन भागवती दीक्षा ग्रहण कर संयम पथ पर अग्रसर हो वैराग्य जीवन अंगीकार करने के लगभग चार वर्ष बाद साध्वी अनाकार अपनी मातृभूमि कपासन में चार्तुमासिक वर्षावास होगा। इनके कपासन प्रवास को लेकर नगर वासियों सहित उदयपुर अंचल एवं मालवा के जैन धर्मावलंबियों में उत्साह है।
कपासन निवासी एवं भाजपा नेता अशोक चंडालिया की सुपुत्री सांसारिक नाम अनामिका इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर थी और उनका का विवाह मध्यप्रदेश के नीमच निवासी सांसारिक नाम सुमित राठौड़ से हुआ था। इस दंपती ने चार साल पहले अपनी मात्र दो वर्ष आठ माह की पुत्री इभ्या को दादा दादी को सौंप कर जैन भागवती दीक्षा ग्रहण कर ली। दीक्षा के साथ ही अनामिका का नाम संस्कार साध्वी अनाकार श्री एवं उनके पति सुमित राठौड़ का नाम सुमित मुनि हो गया।
अखिल भारतीय साधुमार्गी जैन श्रावक संघ के आचार्य रामलाल के सानिध्य में दोनों की पृथक पृथक जैन भागवती दीक्षा हुई। अनामिका की दीक्षा 25 सितंबर 2017 को गुजरात राज्य के सूरत शहर में हुई। दीक्षा ग्रहण करने से पूर्व साध्वी अनाकार श्री हिंदुस्तान जिंक चंदेरिया में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर के रूप में सेवाएं दे चुकी है।
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