१५ दिन की होती है मियाद
मावा व्यापारियों का कहना है कि फीका मावा जब्त करने के बाद चिकित्सा विभाग ने १५ दिन की मियाद दी है। जबकि फीका मावा पांच से छह दिन से ज्यादा का सुरक्षित नहीं होता है। ऐसे में जब्त मावे को १५ दिन तक रखवाकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इसके बाद अगर रिेपार्ट सही आई तो उसे बाजार में लोगों को बेचने की अनुमति जारी कर देगा।
अब तक सात नमूने
चिकित्सा विभाग की टीम ने बीते तीन दिनों में कार्रवाई को महज खानापूर्ति के लिए की है। तीन दिन में अभियान के तहत केवल सात दुकानों से ही नमूने लिए गए है।
मावा व्यापारियों का कहना है कि फीका मावा जब्त करने के बाद चिकित्सा विभाग ने १५ दिन की मियाद दी है। जबकि फीका मावा पांच से छह दिन से ज्यादा का सुरक्षित नहीं होता है। ऐसे में जब्त मावे को १५ दिन तक रखवाकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इसके बाद अगर रिेपार्ट सही आई तो उसे बाजार में लोगों को बेचने की अनुमति जारी कर देगा।
अब तक सात नमूने
चिकित्सा विभाग की टीम ने बीते तीन दिनों में कार्रवाई को महज खानापूर्ति के लिए की है। तीन दिन में अभियान के तहत केवल सात दुकानों से ही नमूने लिए गए है।
नमूनों की जांच की रिेपार्ट आने में समय लगता है। इसका समय कोई निर्धारित नहीं होता है। फिर भी १५ से २० दिन लगते है। यह बात भी सही है जब तक त्योहारी सीजन निकल जाएगा।
रामकेश गुर्जर, सीएमएचओ चित्तौडग़ढ़
रामकेश गुर्जर, सीएमएचओ चित्तौडग़ढ़