पहले किए मंगलेश्वर महादेव के दर्शन फिर पहुंचे मंच

चित्तौडग़ढ़. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन,कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा एवं सचिन पायलट जैसे ही मातृकुण्डिया में हैलीपेड पर उतरे तो वे वहां से सीधे मातृकुण्डिया स्थित मंगलेश्वर महादेव पहुंचे और वहां पर महादेव के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस दौरान गहलोत, माकन, पायलट एवं डोटासरा ने मंदिर में पूजा अर्चना भी की। इस दौरान उनके साथ सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, कांग्रेस नेता सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत भी साथ थे।

<p>पहले किए मंगलेश्वर महादेव के दर्शन फिर पहुंचे मंच</p>
चित्तौडग़ढ़. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अजय माकन,कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा एवं सचिन पायलट जैसे ही मातृकुण्डिया में हैलीपेड पर उतरे तो वे वहां से सीधे मातृकुण्डिया स्थित मंगलेश्वर महादेव पहुंचे और वहां पर महादेव के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इस दौरान गहलोत, माकन, पायलट एवं डोटासरा ने मंदिर में पूजा अर्चना भी की। इस दौरान उनके साथ सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, कांग्रेस नेता सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत भी साथ थे। मंदिर पहुंचने के बाद उन्होंने वहां पर मंदिर में पूजा अर्चना की। इसके बाद प्रोटोकॉल अधिकारी गंगरार एसडीएम मुकेश कुमार मीणा ने मुख्यमंत्री को मंदिर की परिक्रमा भी करवाई। इस दौरान मंदिर में बड़ी संख्या में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तृप्ती विजयवर्गीय के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात था।
सुखाडिय़ा को दी श्रद्धाजंलि
मंदिर से निकलने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन, प्रदश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा एवं सचिन पायलट मंदिर परिसर में लगी राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री मोहन लाल सुखाडिया की प्रतिमा स्थल पर पहुंचे वहां पर माला पहनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद मंदिर से कुछ ही दूरी पर वहां बने शहीद जगदीश वैष्णव स्मारक के स्मारक पर पहुंचे और उन्हें भी श्रद्धाजंलि दी।
ज्ञापन देने को लेकर मचा हुडदंग
मातृकुण्डिया में विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने अपनी मांगों को ज्ञापन देने की मांग को लेकर खासा हुडदंग मचाया और जमकर नारेबाजी की करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस के जवानों ने उन्हें शांत किया लेकिन वे शांत नहीं हुए। उसके बाद उन्हें शांत करने के लिए जिला कलक्टर के.के.शर्मा, पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव भी समझाइश के लिए पहुंचे। कुछ देर तो वे शांत हो गए फिर नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद एआईसीसी के सदस्य एवं कांग्रेस नेता सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने पहुंचे और उन्हें यह कहकर शांत किया कि उन्हें सीएम से मिलवाकर ज्ञापन दिलवा देंगे। इसके बाद वहां पर मौजूद आशा सहयोगिनियों ने जाडावत से मांग की कि उन्हें तत्काल मुख्यमंत्री से मिलवाओ। इसके बाद उन्होंने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि उन्हें अब भी २७०० रुपए मानदेय मिल रहा है। ऐसे में उनके सामने आर्थिक संकट की स्थिति आ गई है। कुछ देर तो सब शांत बैठक बाद में फिर नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद लोगों ने नारेबाजी की कि गहलोत ज्ञापन लो। इस दौरान एक बार फिर जिला कलकटर एवं पुलिस अधीक्षक को पहुंच लोगों को समझााना पड़ा। इस दौरान एडीएम अम्बालाल मीणा एवं रतन कुमार ने भी लोगों से ज्ञापन लिए।
पहनाई इक्यावन किलो की माला
मातृकुण्डिया में किसान सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटारसरा, प्रदेश प्रभारी अजय माकन को युवक कांग्रेस के अभिमन्यु जाड़ावत के नेतृत्व में इक्यावन किलो की माला माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया।
पास के लिए होती रही मारामारी
सभा स्थल पर भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़ राजसमन्द, एवं उयपुर के नेता भी पहुंचते रहे। इस दौरान कई नेताओं के पास पास नहीं होने से पास की मारामारी बनी रही। इस दौरान कई नेताओं के पास मोके पर ही सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने मुहैया करवाते रहे।
चार घंटे तक रहा सड़क पर रैला
मातृकुण्डिया में सभा स्थल पर पहुंचने के लिए करीब चार घंटे तक सड़क पर महिला एवं पुरूषों का रैला दिखाई दिया। दूर दराज से लोगों के पहुंचने का क्रम यहां पर जारी रहा। सड़क पर मातृकुण्डिया एवं डिंडोली रोड पर लोगों के आने का क्रम जारी रहा। लोग हाथों में झंडे लेकर नारेबाजी करते हुए पहुंचे।
महिलाएं गीत गाती हुई पहुंची
मातृकुण्डिया में सभा स्थल से करीब एक किलोमीटर दूरी पर ही पार्किंग की व्यवस्था की गई। जहां से बसों आदि से महिलाएं पहुंची और पैदल गीत गाते हुए सभा स्थल पर पहुंची।
डोम के बाहर भी रही भीड़
सभा स्थल पर करीब ४० से ५० हजार लोगों के बैठने के लिए डोम एवं शामियाने लगाए गए। इसके भरने के बाद शामियाने एवं डोम के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग खड़े हुए भाषण सुनने के लिए खड़े रहे।
अव्यवस्थाओं से लोग हुए परेशान
सभा के लिए सभा स्थल पर पानी आदि की कोई व्यवस्था नहीं की गइ्र। जो पानी के टैंकर खड़े किए गए वह भी पार्किंग या कुछ दूरी पर थे जिसके चलते लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ा। कई महिलाएं तो अपने घरों से पानी लाई थी। लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकते हुए नजर आए।
बीच में ही लौटने लगे लोग
किसान सम्मेलन में सचिन पायलट के भाषण के बाद से ही लोगों के लौटने का क्रम शुरू हो गया। इसके बाद मंच से कई बार लोगों से बैठने की अपील भी की गई।
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