डीजे ने किया संप्रेषण एवं किशोर गृह का औचक निरीक्षण, दिए निर्देश

जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजयसिंह व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सुनील कुमार ओझा ने संप्रेषण एवं किशोर गृह का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी निर्देश दिए।

<p>डीजे ने किया संप्रेषण एवं किशोर गृह का औचक निरीक्षण, दिए निर्देश</p>
चित्तौडग़ढ़
निरीक्षण के दौरान सात बालक व शिशु गृह में दो बालिकाएं पाई गई। इसके अलावा देवनारायण छात्रावास में संचालित क्वारंटीन रूम में चार बालक पाए गए। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिंह व सचिव ओझा ने वहां की व्यवस्थाओं एवं दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा भोजन, सफाई व्यवस्था आदि का जायजा लिया। इस दौरान राजकीय किशोर न्याय बोर्ड के प्रिंसीपल मजिस्ट्रेट डॉ. महेन्द्र सिंह सोलंकी, सदस्य अरूणा राठौड़, सम्प्रेषण गृह अधीक्षक ओमप्रकाश, परीवीक्षा अधिकारी गणेशराम खटीक, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष रमेशचन्द्र दशोरा, सदस्य मंजु जैन उपस्थित थे। अधीक्षक ने अधिकारियों को बताया कि समय-समय पर परिसर को सेनेटाइज किया जाता है। नव प्रवेशित बालकों के लिए अलग से देवनारायण छात्रावास में क्वारंटीन रूम स्थापित किया गया है। सम्प्रेषण गृह में आने वाले नए बालकों की कोविड 19 रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें ही प्रवेश दिया जाता है। उन्हें अलग से कमरे में 21 दिन तक रखा जाता है। आगामी सप्ताह में बाल गृहों के सभी बच्चों की जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं करवाई जाएगी। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने निर्देश दिए कि बालकों की सुरक्षा व स्वास्थ्य के उच्च कोटिक के मानदण्ड अपनाए जाए।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.