इसलिए आ रही समस्या
कोच में दो डिब्बे को जोडऩे के लिए दो तरह की कपलिंग का इस्तेमाल किया जाता है। एक सेंट्रल बफर कपलर(सीबीसी) एवं दूसरा आर्डनरी कपलर। पेंचवैली फास्ट पैसेंजर में सीबीसी का इस्तेमाल किया जा रहा है जबकि छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में आर्डनरी कपलिंग का। यही वजह है कि पेंचवैली पैसेंजर में छत्तीसगढ़ कोच लगकर इंदौर से छिंदवाड़ा नहीं आ पा रहा है।
कोच में दो डिब्बे को जोडऩे के लिए दो तरह की कपलिंग का इस्तेमाल किया जाता है। एक सेंट्रल बफर कपलर(सीबीसी) एवं दूसरा आर्डनरी कपलर। पेंचवैली फास्ट पैसेंजर में सीबीसी का इस्तेमाल किया जा रहा है जबकि छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में आर्डनरी कपलिंग का। यही वजह है कि पेंचवैली पैसेंजर में छत्तीसगढ़ कोच लगकर इंदौर से छिंदवाड़ा नहीं आ पा रहा है।
क्या कहते हैं यात्री
मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रयास से ही छत्तीसगढ़ कोच की सुविधा हमलोगों को मिल रही है। उम्मीद है कि वे 25 अक्टूबर को इस समस्या का समाधान कराएंगे।
अनुज, यात्री मुझे अक्सर ही व्यापार के सिलसिले में छिंदवाड़ा से दिल्ली आवागमन करना पड़ता है। मैं छत्तीसगढ़ कोच में ही रिजर्वेशन कराता हूं, लेकिन इस समय काफी परेशानी हो रही है।
नवीन पांडेय, यात्री
लगभग एक माह से समस्या बरकरार है। रेल अधिकारी इस पर ध्यान भी नहीं दे रहे हैं। आखिर ऐसी व्यवस्था कब तक चलेगी। अब मुख्यमंत्री से ही आस है।
दीपक, यात्री मॉडल रेलवे स्टेशन वैसे तो बाहर से और अंदर से भी काफी साफ सुथरा है, लेकिन ट्रेनों की व्यवस्था दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है। छत्तीसगढ़ कोच की समस्या तो है ही साथ ही एक्सप्रेस में गंदगी पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
सचिन श्रीवास्तव, यात्री
दीपक, यात्री मॉडल रेलवे स्टेशन वैसे तो बाहर से और अंदर से भी काफी साफ सुथरा है, लेकिन ट्रेनों की व्यवस्था दिन प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है। छत्तीसगढ़ कोच की समस्या तो है ही साथ ही एक्सप्रेस में गंदगी पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
सचिन श्रीवास्तव, यात्री