जेल अधीक्षक रामशिरोमणि पाण्डेय ने बताया कि थाना ईशानगर में गहरवार निवासी राधाचरण यादव के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और एससीएसटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध था। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया था। जेल में तबियत बिगडऩे की शिकायत पर 20 अक्टूबर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर ने राधाचरण का परीक्षण किया। चूंकि हालत गंभीर थी इसलिए डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी। एंबुलेंस के माध्यम से एएसआई लक्ष्मण सिंह और कल्लूराम के अलावा जेल आरक्षक शिवम त्रिवेदी व आलोक मोदी के साथ 20 अक्टूबर को ही रात में विचाराधीन कैदी राधाचरण यादव को ग्वालियर ले जाया गया। यहां उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया।
चूंकि आईसीयू वार्ड के अंदर जाने की अनुमति नहीं होती इसलिए पुलिस बल वार्ड के बाहर तैनात रहा तभी मौका पाकर सुबह के वक्त विचाराधीन कैदी राधाचरण यादव वार्ड से फरार हो गया। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि राधाचरण कोई मरीज बनकर बाहर निकला होगा। सुबह के वक्त पुलिस बल चौकन्ना नहीं रहा और इसी का फायदा उठाकर वह वहां से भाग गया। विचाराधीन कैदी के मेडिकल कॉलेज से पुलिस अभिरक्षा में भागने की शिकायत कंपू थाने में दी गई है। संबंधित थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर कैदी की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल राधाचरण का कोई सुराग नहीं मिला।