आज आएगी जिले के लिए 1100 मीट्रिक टन खाद, मंगलवार से सोसायटियों में मिलेगी

खाद की किल्लत से किसान परेशान, बारिश की नमी सूखने से किसान का बढ़ेगा खर्चकिसानों को खाद दिलाने कांग्रेस उतरेगी सड़क पर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने जिले का खाद निवाड़ी भेजने का लगाया आरोप

<p>30 से 35 किलोमीटर दूर से आ रहे किसान</p>

छतरपुर। खाद के संकट से पांच दिनों से जूझ रहे किसानों के लिए राहत की खबर है, रविवार को डीएपी की की 2700 मीट्रिक टन की रैक हरपालपुर आने वाली है। जिसमें से 1100 मीट्रिक टन खाद छतरपुर जिले के लिए, 1000 मीट्रिक टन टीकमगढ़ व निवाड़ी के लिए और 600 टन निजी विक्रेताओं को उपलब्ध कराई जाएगी। रविवार को रैक आने के बाद सोमवार-मंगलवार से सोसायटियों से भी खाद मिल सकेगी। वहीं खाद की कालाबाजारी व मुनाफाखोरी रोकने के लिए प्रशासन की टीम की निगरानी में वितरण की व्यवस्था जारी रहेगी।
पांचवे दिन भी परेशान रहे किसान
जिला मुख्यालय समेत पूरे जिले में किसान लगातार पांचवेे दिन भी खाद की किल्लत से जूझते नजर आए। गोदाम से किसानों को खाद मिलने तो लगी है, लेकिन कमी के चलते मारामारी बनी हुई है। हालांकि प्रशासन ने बस स्टैंड का किसान सुविधा केंद्र बंद कराकर नौगांव रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर के पास स्थित गोदाम से पुलिस की देखरेख में हर किसान को 2 बोरी डीएपी खाद वितरित करने की व्यवस्था की है, लेकिन पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद की कमी के चलते किसान परेशान होते नजर आए। बारिश की नमी खत्म होने पर बोबनी के लिए सिंचाई का खर्च बढऩे की चिंता किसानों को सता रही है।
30 से 35 किलोमीटर दूर से आ रहे किसान
जैसे ही किसानों को पता चला कि ट्रांसपोर्ट नगर के गोदाम पर खाद मिल रही है वैसे ही हजारों की संख्या में किसान यहां एकत्रित हो गए। बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों के लिए यहां कोई व्यवस्था नहीं थी। महिलाएं और पुरुष एक साथ एक ही लाइन में लगे थे और जमकर धक्का-मुक्की की जा रही थी। लाइन में लगे किसानों ने बताया कि वे कई दिनों से खाद के लिए परेशान हैं। खाद लेने पहंची मुन्नी बाई ने बताया कि वह बिजावर से तीन दिन से खाद के लिए परिवार सहित छतरपुर आ रही हैं लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल सका है। उन्होंने बताया कि उनके पास खेती के अलावा आय का कोई माध्यम नहीं है और अगर खेत नहीं बोया गया तो खाने-पीने की समस्या हो जाएगी। इसी तरह किसान ओमप्रकाश अहिरवार ने बताया कि सोसाइटी में खाद नहीं मिल रहा है सिर्फ छतरपुर पर में ही खाद मिल रहा है। अरविंद यादव ने बताया कि वह 35 किलोमीटर दूर से खाद लेने के लिए बिना भोजन के सुबह 9 बजे से लाइन में खड़ा है लेकिन खाद मिलेगा या नहीं इसका ठिकाना नहीं।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने लगाए आरोप
इस समय जिले भर में रबी की फसल बुवाई के लिए किसान खाद को तरस रहे हैं। लगातार खाद का संकट होने से कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने प्रशासन पर दूसरे जिले में खाद भेजने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि किसानों को खाद नहीं मिला तो वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ किसानों को लेकर सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष लखन लाल पटेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि मीडिया के माध्यम से जिले भर के किसानों की पीड़ा उन तक पहुंच रही है। इसके साथ ही कई किसान उनसे सीधे संपर्क कर खाद की समस्या बता रहे हैं। अध्यक्ष का आरोप है कि जिले में खाद का संकट है और यहां का प्रशासन जिले को मिलने वाला खाद चुनावी क्षेत्र में भेज रहा है उन्होंने बताया कि जिले में 35000 मीट्रिक टन डीएपी की मांग है लेकिन सिर्फ 5000 मीट्रिक टन ही खाद मिल रही है। इतना ही नहीं जो खाद यहां आ रहा है उसका 80 फ़ीसदी हिस्सा निवाड़ी जिले को भेजा जा रहा है। किसानों के साथ हो रहे इस सौतेले व्यवहार के खिलाफ वह सड़क पर उतरेंगे। उन्होंने कहा कि यदि ट्रकों के पहियों के नीचे लेटना पड़ा तो भी वे किसानों के हक में पीछे कदम नहीं उठाएंगे।
प्रशासन ने कहा- गड़बड़ी पर होगी कार्रवाई
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने बताया कि छतरपुर जिले के लिए रविवार को 1100 मीट्रिक टन डीएपी उर्वरक की रैक आ रही है। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग अनुसार बड़ामलहरा, राजनगर, छतरपुर, बमीठा एवं नौगांव सहित पूरे जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि किसान चिंता न करें उन्हें डीएपी के साथ अन्य खाद भी पर्याप्त मात्रा में निर्धारित दर पर ही उपलब्ध होगा। जिस के लिए पूरे जिले में राजस्व, पुलिस एवं कृषि विभाग के जांच दल नियमित निगरानी कर रहे है। कृषकों को बिना किसी परेशानी के खाद उपलब्ध होगा। जिस किसी के द्वारा इस संबंध में अनियमितता पाई जाएगी उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
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