बुंदेली भाषा से जुड़ी विभूतियों का होगा सम्मान

16 से 22 फरवरी तक होगा बुंदेली उत्सव

<p>The dignitaries related to Bundeli language will be respected</p>
छतरपुर. बुंदेली उत्सव संस्थान बसारी द्वारा प्रतिवर्ष होने वाला बुंदेली उत्सव इस वर्ष 16 फरवरी से 22 फरवरी तक बसारी स्थित स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। जिसमें प्रतिदिन प्रतियागिताओं के साथ-साथ कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी। वहीं बुंदेली उत्सव में बुंदेली प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया जाएगा। रविवार को शहर के एक होटल में आयोतिज की गई प्रेस वार्ता में बुंदेली विकास संस्थान के संरक्षक शंकर प्रताप सिंह बुंदेला मुन्ना राजा द्वारा जानकारी दी गई। जिसमें बताया कि इस वर्ष आयोजित होने वाले 24वें बुंदेली उत्सव का आयोजन 16 फरवरी से शुरू किया जाएगा और 22 फरवरी को समापन किया जाएगा।
इनका होगा सम्मान- उमाशंकर खरे (उमेश) पृथ्वीपुर टीकमगढ़ को राव बहादुर सिंह बुंदेली सम्मान 2020, बुंदेली लोकगीत सहित सर्जना के लिए दिया जायगा। डॉ. केवीएल पांडे दतिया उत्तर प्रदेश को राय बहादुर सिंह बुंदेला, डॉ. दयाराम वर्मा (बेचैन) स्यांवरी मऊरानीपुर, बुंदेली संस्कृति व भाषा की प्रोत्साहन के लिए दिया जाएगा। इसके अलावा प्रोफेसर बृजेश कुमार श्रीवास्तव, डॉ. हरिसिंह गौर विवि सागर एवं लोकगीत गायिका उर्मिला पांडे को डॉ. नर्मदा प्रसाद गुप्त स्मृति सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।
लोक गीत लोक गायन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया जाएगा। पर्वत सिंह बुंदेला को गौरिहार नरेश प्रताप सिंह स्मृति सम्मान 2020, बुंदेली उत्सव
में महत्वपूर्ण योगदान के लिए। वहीं डॉ. शैलेंद्र शर्मा विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन को स्व. हरगोविंद हेमल स्मृति सम्मान 2020 मालवीय रचना के लिए दिया जाएगा।
इसके अलावा अन्य विभूतियों का भी सम्मान किया।
छतरपुर की सीमा से हो रहा अवैध खनन
छतरपुर जिले की सीमा पर यूपी में केन नदी के किनारे से भारी मात्रा में रेत का अवैध खनन जारी हैं। यहां सबसे अधिक यूपी के रेत के अवैध कारोबारी सक्रिय हैं। जो रोजाना रेत का अवैध कारोबार कर रहे हैं। यहां केन नदी से किनारे से भारी मात्रा में रेत निकाली जाती हैं। जिसका काम अभी भी की जा रही हैं। बांदा पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई के बाद खनन थमने की उम्मीद की जा रही हैं।
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