बैठक में कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की विस्तृत समीक्षा की और कहा कि जिन हितग्राहियों की पहली किश्त खातों में भेजी जा चुकी है उनकी दूसरी और तीसरी किश्त निर्धारित समय पर अंतरित करें। सभी आवासों का जीओ टेगिंग कराएं, इसमें लापरवाही नहीं की जाए। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के कार्यों में तेजी लाएं और मानव श्रम के जरिये ही कार्य पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि स्कूल, आंगनबाड़ी भवन, पंचायत भवन सहित शेष अपूर्ण और पुराने कार्य समय पर पूर्ण कराएं। निर्माण कार्य में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि चेकडेम, स्टॉप डेम की गुणवत्ता खराब पाये जाने पर संबंधित सीईओ और एई जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि आधार सीडिंग कार्य में तेजी लाएं। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत डेली मॉर्निंग फॉलोअप स्वयं करें और अपने अधीनस्थ अमले से भी करवाये। जिले को स्वच्छता के मापदंडों में अव्वल बने रहने के लिए बेहतर सामूहिक प्रयास की जरुरत है। उन्होंने बक्स्वाहा, गौरिहार, लवकुशनगर एवं राजनगर सीईओ से पंचायतों में हो रहे कार्यों की मॉनिटरिंग नहीं करने पर स्पष्टीकरण मांगा। इसके साथ ही प्रत्येक सीईओ को प्रति सप्ताह दो दिवस पंचायतों का निरीक्षण कर और प्रतिवेदन भेजने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि ग्रामों के भ्रमण के संबंध में मेरे द्वारा दिए गए निर्देश अनुरूप कार्य नहीं करने अथवा लापरवाही बरतने पर कार्यवाही की जाएगी। कोई पात्र हितग्राही योजनाओं आदि कार्यों का लाभ लेने के लिए भटके नही, उसको आसानी से लाभ मिले। ऐसा नहीं पाए जाने पर सीईओ जिम्मेदार होंगे। सिंह ने कहा कि वैक्सीनेशन के कार्य में भी तेजी लाये और किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करें। साथ ही सीईओ भी स्कूलों, आंगनबाडी व स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण करें। उन्होंने बताया की निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार पंचायतों के मतदान केन्द्रों का निरीक्षण कर लें तथा किसी प्रकार की समस्या होनें पर उसे दुरुस्त कराएं।बैठक में जिला पंचायत सीईओ सहित सभी जनपद पंचायत सीईओ एवं सहायक यंत्री उपस्थित रहे।