चेकडेमों में हुए भ्रष्टाचार में दोषी अधिकारियों पर नहीं हो रही कार्रवाई

जांच समिति में शामिल रहे पूर्व विधायक आरडी प्रजापति ने खोला मोर्चामंत्री, प्रमुख सचिव पंचायत विकास ग्रामीण विभाग को पत्र लिखा

<p>जांच समिति में शामिल रहे पूर्व विधायक आरडी प्रजापति ने खोला मोर्चा</p>

छतरपुर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक आरडी प्रजापति ने आरोप लगाया है कि छतरपुर जिले में लगभग 400 चेकडेमों के निर्माण में भारी भ्रष्टाचार किए जाने की शिकायत की गई थी, लेकिन आज तक दोषी अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है। केवल अभी तक 27 चेकडेमों की जांच ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री जेपी आर्य के देखरेख में सहायक यंत्रियों के द्वारा की गई और जिसमें अधिकांश चेकडेमों में भारी कमियां पाई गई, जिसकी रिपोर्ट भी जिलापंचायत के सीईओ के पास भेज दी गई। उसके बावजूद भी किसी भी उपयंत्री और सहायक यंत्री के खिलाफ अभी तक कार्यवाही नहीं की गई है।
आरडी प्रजापति ने इस संबंध में एक पत्र पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री प्रमुख सचिव पंचायत विकास ग्रामीण विभाग प्रमुख अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी विभाग भोपाल, कलेक्टर छतरपुर एवं जिला पंचायत सीईओ को भेजा है। जिसमें उल्लेख किया है कि छतरपुर जिले में जो भी चेकडेम का निर्माण किया गया है उसमें बहुत ही घटिया निर्माण कार्य किया गया है और कई चेकडेम में स्थल निरीक्षण ही ठीक से नहीं किया गया। एवं सभी चेकडेमों की अनुमानित लागत 14 लाख 99 हजार रुपए बताई गई है जो कि एक प्रश्र चिन्ह पूरे सिस्टम पर लगा रहा है। चेकडेमों में 80 प्रतिशत का भुगतान मटेरियल का किया गया है और 20 प्रतिशत मजदूरी में भुगतान किया गया है। जो कि नियम विरुद्ध तरीके से शासन की गाइड लाइन के विपरीत है।
आरडी प्रजापति के द्वारा इस संबंध में लगभग एक दर्जन से ज्यादा पत्र लिखे हैं और अधिकांशपत्रों में उपयंत्रियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने का उल्लेख किया है, लेकिन किसी भी उपयंत्रीं के खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। आरडी प्रजापति ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि यदि जांच में दोषी उपयंत्री एवं सहायकयंत्रियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती तो वह जिलापंचायत कार्यालय के बाहर धरने पर बैठेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे जिले में भ्रष्टाचार का खुला खेल चल रहा है और यह सारा खेल जिले के दोनों वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में किया जा रहा है। अधिकारी भी केवल पत्राचार करकर पूरे मामले को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। इस संबंध में पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव एवं प्रमुख अभियंता के द्वारा भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। हालांकि इस संबंध में जिलापंचायत के सीईओ का कहना है कि जांच रिपोर्ट आ रही हैं और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही भी की जा रही है। गौरतलब है कि पंचायत मंत्री के निर्देश पर बनाई गई जांच समिति में पूर्व विधायक आरडी प्रजापति भी शामिल है, जिन्होंने अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी है, वहीं अब कार्रवाई के लिए पत्र लिख रहे हैं।
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