सिम्स हास्पिटल ने थ्री ओरटिक (महाधमनी) कंडीशन वाले ओमान के एक रोगी का इलाज कर उसे नई जिंदगी दी है। यह सर्जरी सिंगल स्टेज (मैराथन) में की गई है। 35 वर्षीय रोगी के महाधमनी में तीन जटिल विसंगतियां थी जिसे ठीक किया गया। सीने में तेज दर्द के बाद रोगी को आपात स्थिति में ओमान से लाया गया था। रोगी के महाधमनी के आरोही भाग में छेद (तीव्र टाइप ए विच्छेदन) था। इसके अलावा महाधमनी वाल्व रिसाव एवं अवरोही भाग के निचले क्षेत्र में भी छेद था। आठ घंटे में इस सर्जरी को पूरा किया गया। जिस मेडिकल टीम ने सर्जरी की उसका नेतृत्व डा.वी.वी.बशी ने किया। उन्होंने कहा कि इसमें आधुनिक हाइब्रिड ग्राफ्ट (थोराफ्लेक्स ग्राफ्ट) का उपयोग किया गया। इस मौके पर एसआरएम समूह के चेयरमैन रवि पचमुतु ने भी विचार व्यक्त किए। गौरतलब है कि भारत में प्रति वर्ष 3 से 4 लाख लोग विभिन्न प्रकार के महाधमनी विकास से पीड़ित होते हैं। इनमें से केवल 1000 का इलाज हो पाता है। डा.बशी एवं उनकी टीम ने पिछले दो सालों में अब तक 1600 महाधमनी सर्जरी की है।