Puducherry Assembly Elections 2021: प्रवासी मतदाताओं ने कहा, पुदुचेरी में लगे नई इण्डस्ट्री, पर्यटन को मिले बढ़ावा

Puducherry Assembly Elections 2021: पुदुचेरी विधानसभा चुनाव 6 अप्रेल को है। चुनाव को लेकर अभी प्रचार परवान नहीं चढ़ पाया है लेकिन प्रत्याशियों ने घर-घर जनसंपर्क करना शुरु कर दिया है। कई विधानसभा क्षेत्र तो महज डेढ़ से दो किमी के दायरे में है।

<p>Puducherry Assembly Elections 2021: </p>
पुदुचेरी. अमूमन हर चुनाव के वक्त प्रवासी मतदाता अपने गृह प्रदेश चले जाते हैं लेकिन लम्बे समय बाद यह पहला अवसर है जब पुदुचेरी विधानसभा (Puducherry Assembly Elections 2021) के चुनाव ऐसे वक्त पर हो रहे हैं जब अधिकांश प्रवासी अपनी कर्मभूमि पर है। इस बार कोविड-19 के चलते स्कूल-कॉलेज का टाइम-टेबल गड़बड़ा चुका है और पिछले शैक्षणिक सत्र में अधिकांश ऑनलाइन पढ़ाई ही हुई है। पुदुचेरी में रहने वाले प्रवासियों का कहना है कि हर बार जिस वक्त चुनाव का समय होता है अक्सर उसी दौरान स्कूल-कॉलेज की छुटिट्यां भी शुरू हो जाती है। ऐसे में अधिकांश प्रवासी परिवार अपने गृह प्रदेश लौटना शुरू कर देते हैं। ऐसे में वे अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाते हैं। लेकिन इस बार अधिकांश प्रवासी पुदुचेरी में ही होने से वे चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करेंगे। पुदुचेरी में 6 अप्रेल को विधानसभा चुनाव है। पुदुचेरी विधानसभा में तीस सीटें हैं। मतदाताओं का कहना है कि यहां किसी मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ा जा रहा है। उम्मीदवार की व्यक्तिगत छवि के आधार पर ही अधिक तवज्जो दी जाती रही है। पुदुचेरी में लम्बे समय से कांग्रेस ही प्रभावी भूमिका में ही रहती आई है। हालांकि मतदाताओं का कहना है कि इस बार के चुनाव में हालात काफी बदले हैं। इस बार उलटफेर की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
राजस्थान पत्रिका की ओर से आयोजित परिचर्चा के दौरान पुदुचेरी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रवासियों की राय जानी। पुदुचेरी में नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने, सड़कों की हालत में सुधार करने. पर्यटन के क्षेत्र को उंचाइयों पर ले जाने तथा व्यापारियों को पुदुचेरी में बिजनस के लिए आकर्षित करने को लेकर सरकार की ओर से प्रोत्साहन दिए जाने पर बल दिया। परिचर्चा का संचालन एवं संयोजन राजस्थान पत्रिका चेन्नई के मुख्य उप संपादक अशोकसिंह राजपुरोहित ने किया।
पूर्व सीएम व उप राज्यपाल की खींचतान ने पुदुचेरी को पीछे धकेला
पुदुचेरी शांत इलाका है। पानी, बिजली की व्यवस्था अच्छी है। एजुकेशन स्तर भी अच्छा है। लेकिन पिछले पांच साल में पूर्व मुख्यमंत्री एवं उप राज्यपाल की खींचतान से पुदुचेरी बहुत पीछे चला गया है। मौजूदा समय में पुदुचेरी की सड़कें बहुत खराब है। ऐसे में इस बार लोग बदलाव के मूड में है। पिछले कुछ साल में पुदुचेरी की इण्डस्ट्री तेलंगाना, गुजरात व तमिलनाडु शिफ्ट हो चुकी है। ऐसे में पलायन बढ़ा है।
– रामसिहं राठौड़, राजस्थान के नागौर जिले के भावण्डा मूल के।
औद्योगिक इलाका विकसित किया जाएं
पुदुचेरी में कोविड-19 के चलते लोग मुसीबत में थे। कई लोग राजस्थान चले गए। अब भी बिजनस की ग्रोथ कम ही है। अभी कोविड से उबर नहीं पाया है। एक-दो साल बाद ही स्थित सामान्य हो पाएगी। पहले कई इण्डस्ट्री यहां थी। सरकार यदि यहां व्यापारियों को प्रोत्साहन दें तो नया औद्योगिक इलाका विकसित किया जा सकता है। इससे न केवल पलायन की समस्या खत्म होगी बल्कि हजारों लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।
-रामनिवास चौधरी, राजस्थान के मेड़ास के रहने वाले।
पर्यटन को विकसित करने की दरकार
पर्यटन की यहां विपुल संभावनाएं हैं। कई ऐसे धार्मिक, सांस्कृतिक व आध्यात्मिक केन्द्र हैं जो लोगों को काफी आकर्षित करते रहे हैं। यदि पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तो इससे हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ सकेंगे। पुदुचेरी पोर्ट को भी विकसित करने से यहां व्यापार को काफी बढ़ावा मिल सकता है। नई सरकार को खासकर पर्य़टन के क्षेत्र में पुदुचेरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर के रूप में विकसित करना चाहिए।
-सुनील राखेचा, राजस्थान के आनन्दपुर कालू के रहने वाले।
प्रवासी कर रहे व्यापार
पुदुचेरी का विकास जरूरी है। पुदुचेरी में उम्मीदवार घर-घर प्रचार पर अधिक जोर देते हैं। यहां प्रचार का तरीका अन्य राज्यों से अलग है। पुदुचेरी बिजनस के लिहाज से देखा जाएं तो एक अच्छा शहर है। प्रवासी यहां बड़ी संख्या में है। बिजनस करने में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। नए लोग भी यहां आ रहे हैं। पुदुचेरी में अगर राजस्थान मूल के व्यापारियों की बात की जाएं तो हर क्षेत्र के लोग यहां व्यापार कर रहे हैं। खासकर पश्चिम राजस्थान के अधिक है।
– नकुलसिंह, जालोर जिले के निम्बावास मूल के।
पुदुचेरी को किया जाए डवलप
यदि नई सरकार चाहें तो पुदुचेरी को बहुत डवलप कर सकती है। पुदुचेरी का विकास तो हुआ है लेकिन जिस गति से होना चाहिए था वह गति अभी नहीं मिली है। वैसे पुदुचेरी में आधारभूत सुविधाएं हैं। कुछ क्षेत्रों पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। चुनाव के दौरान यहां अक्सर अन्य राज्यों की तरह धुंआघार प्रचार की बजाय मतदाताओं से सीधा संपर्क साधने पर अधिक जोर दिया जाता है।
-मनोहर चौधऱी, पाली जिले के अमरपुरा के निवासी।
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